भारत में एप्पल का बड़ा प्लान, प्रोडक्टिविटी बढ़ाने पर कर रहा विचार
Cupertino, कैलिफोर्निया आधारित कंपनी एप्पल ने अपने ताइवानी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर Wistron प्लांट के साथ बेंगलुरु में आईफोन SE का निर्माण शुरू कर दिया है
नई दिल्ली। एप्पल बेंगलुरु में स्थापित अपने टेक हब को बढ़ाने का विचार कर रही है। आईफोन निर्माता कंपनी एप्पल दुनिया के सबसे बड़े स्मार्टफोन मार्किट में अपना बड़ा शेयर रखने के इरादे से भारत में अपना विस्तार करने का सोच रही है। इलेक्ट्रॉनिक्स ओर आईटी केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद के अनुसार- सरकारी अधिकारी ओर अन्य मोबाइल निर्माता नए प्लांट लगाने ओर सुविधाओं के विस्तार के लिए एप्पल से बातचीत के दौर में हैं। Cupertino, कैलिफोर्निया आधारित कंपनी एप्पल ने अपने ताइवानी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर Wistron प्लांट के साथ बेंगलुरु में आईफोन SE का निर्माण शुरू कर दिया है।
इसी के साथ आपको याद दिला दें, एप्पल एक बार फिर उपभोक्ताओं को अपनी ओर खींचने के लिए बिजनेस प्लान लेकर आया है। कंपनी उपभोक्ताओं तक पहुंचने के लिए और उन्हें रिझाने के लिए राइवल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाली है। इस बार कंपनी के इस प्लान में बदलाव यह आया है की, इस बार एप्पल अपने प्रोडक्ट्स को विंडोज पर नहीं एंड्रायड पर प्रमोट करेगी। आईफोन निर्माता ने सोमवार को एक नई वेबसाइट भी लॉन्च की है। काफी समय से एप्पल ने अपना फोकस एंड्रायड यूजर्स पर कर लिया है ओर एप्पल सीईओ टीम कुक ने एंड्रायड से एप्पल में स्विच होने वाला यूजर्स का आंकड़ें भी बताया, यह देखने के लिए की कंपनी इन आंकड़ों पर गंभीरता से कार्य कर रही है। टीम कुक के अनुसार- ''हमें ग्रेटर चीन के बाहरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा एंड्रायड से आईफोन में स्विच करने वाले यूजर्स मिले।''
एप्पल ने एंड्रायड यूजर्स को टारगेट करने के लिए अलग से वेबसाइट भी बनाई हुई है। दो साल पहले, कंपनी ने एंड्रायड के लिए "Move to iOS" नाम से एप भी रिलीज की थी, जो स्विच करने वाले यूजर्स की मदद करती है। एप्पल उसी तरह से एंड्रायड कस्टमर्स को टारगेट कर रहा है, जिस तरह पिछले दशक में कंपनी ने विंडोज PC यूजर्स को Mac लेने के लिए प्रेरत किया था।
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