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बनना है टेक गुरू तो जरूर जानें, इन फेमस टेक्नीकल टर्म्स के मतलब

आपको टेक्नोलॉजी और उससे जुड़ी बातों में इंटरेस्ट तो है और वह रोचक और ज्ञानवर्धक स्टोरी भी लग रही है, लेकिन मजा किरकिरा तब हो जाता है जब कुछ टेक्नीकल टर्म्स आते हैं और आप समझ नहीं समझ पातें,आज आपको फेमस टेक्नीकल टर्म्स के बारे में बताते हैं

By MMI TeamEdited By: Published: Fri, 08 Jan 2016 02:47 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jan 2016 11:00 AM (IST)
बनना है टेक गुरू तो जरूर जानें, इन फेमस टेक्नीकल टर्म्स के मतलब

आपको टेक्नोलॉजी और उससे जुड़ी बातों में इंटरेस्ट तो है और वह रोचक और ज्ञानवर्धक स्टोरी भी लग रही है, लेकिन मजा किरकिरा तब हो जाता है जब कुछ टेक्नीकल टर्म्स आते हैं और आप उनका मतलब नहीं समझ पातें, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि आज हम आपको फेमस टेक्नीकल टर्म्स के बारे में बताएंगे:

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पढ़ा: अपने एंड्रायड फोन की प्राइवेसी को ऐसे करें मेंटेन

1.रियर कैमरा- रियर कैमरा का मतलब फोन का बैक कैमरा है, जोकि लैंडस्केप या पोर्ट्रेट में यूजर्स को फोटो खींचने की सुविधा देता है।

2. फ्रंट कैमरा- सेल्फी खींचने और वीडियो कॉलिंग के काम आने वाले कैमरा को फ्रंट कैमरा कहते हैं।

3. mAh- किसी डिवाइस में कितनी इलेक्ट्रिकल चार्ज पॉवर है,ये mAh से पता चलता है। mAh का आकंड़ा जितना लम्बा होगा, उतना ही डिवाइस को पॉवर मिलेगी और बैटरी लम्बें समय तक चलेगी।

4.मेगापिक्सल- स्मार्टफोन के कैमरा मेगापिक्सल का काम फोटो साइज को बढ़ाना होता है। जितने ज्यादा मेगापिक्सल होंगे, उतना ही बड़ा फोटो साइज होगा, लेकिन क्वालिटी में फर्क नहीं पड़ता, पर हां इससे फोटो क्वालिटी थोड़ी हद तक बढ़ जरूर जाती है।

5.रेजोल्यूशन- स्क्रीन की डिस्प्ले क्वालिटी (स्क्रीन क्वालिटी) या कैमरा या स्क्रीन की फोटो क्वालिटी आम तौर पर रेजोल्यूशन पर निर्भर करती है। डिस्प्ले क्वालिटी बेहतर बनाने में रेजोल्यूशन का बहुत बड़ा रोल होता है।

6.एंड्रायड लॉलीपॉप- एंड्रायड लॉलीपॉप 5.0, एंड्रायड ऑपरेटिंग सिस्टम का एक साल पुराना वर्जन है। यूजर्स को एंड्रायड लॉलीपॉप ऑपरेटिंग सिस्टम में नए सिक्योरिटी फीचर्स उपलब्ध होते हैं और इन्हीं के द्वारा स्मार्टफोन को एंड्रायड टीवी से भी कनेक्ट किया जा सकता है और वॉयस सर्च को बेहतर किया जा सकता है। इस नए मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम को नया लुक दिया गया है।

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7. 64 बिट प्रोसेसर- फोन में इस्तेमाल किया जाने वाला प्रोसेसर फोन में ज्यादा रैम, ज्यादा मैमोरी और बेहतर कैमरा फीचर्स सपोर्ट कर सकें उसे 64 बिट प्रोसेसर कहते हैं। 64 बिट प्रोसेसर में बेहतर बैटरी बैकअप भी मिलता है। बता दें कि आईफोन में भी 64 बिट प्रोसेसर मिलता है। 64 बिट प्रोसेसर के साथ फोन में बेहतर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर फीचर्स दिए जा सकते हैं।

8. क्वाडकोर या ओक्टा-कोर प्रोसेसर - क्वाडकोर प्रोसेसर एक समय में चार अलग-अलग काम कर सकता हैं, यह आम प्रोसेसर से बेहतर काम कर सकते हैं। सिंगल कोर प्रोसेसर एक समय पर एक ही काम करता है। प्रोसेसर को CPU भी कहा जाता है। मल्टीटास्किंग के लिए महत्वपूर्ण है कि फोन में मल्टीकोर प्रोसेसर हो। प्रोसेसर को CPU भी कहा जाता है।

9. LTE - LTE का पूरा डेफिनेशन लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन है। दूसरे शब्दों में कहें कि किसी फोन में LTE फीचर है, तो इसका मतलब है कि वह फोन 4G फीचर के साथ आएगा। इसे आम भाषा में 4G कहा जाता है।

10. Accelerometer: मोबाइल में 'Auto rotate' सेटिंग Accelerometer पर काम करती है। मोबाइल को हम जिस भी दिशा में घुमाते हैं, ठीक उसी दिशा में मोबाइल की स्क्रीन भी घुम जाती है। इसका इस्तेमाल इमेज-रोटेशन में भी किया जाता है।मोबाइल की स्क्रीन को पोर्टेट या लैंडस्कैप में करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।

11. LTE
एलटीइ यानि (Long-Term Evolution), 4G वायरलेस ब्रॉडबैंड टेक्नोलॉजी है जिसे Third Generation Partnership Project (3GPP) ने डेवलप किया है। मोबाइल फोन और डाटा टर्मिनल के लिए हाइ स्पीड डाटा का स्टैंडर्ड वायरलेस कम्युनिकेशन 4G LTE को है। इसकी अधिकतम डाउनलोड स्पीड 299.6 Mbit/s और अपलोड स्पीड 75.4 Mbit/s है जो मोबाइल के इक्विपमेंट कैटेगरी पर आधारित होती है।

12.USB Type-C: USB Type-C पोर्ट्स की मदद से सभी केबल एक ही पोर्ट में कनेक्ट किए जा सकते हैं। इसके लिए अलग-अलग पोर्ट्स किसी डिवाइस में देने की जरूरत नहीं होगी। इसका मतलब चाहे की बोर्ड की पिन लगानी हो या माउस या फिर चार्जर अटैच करना हो, सब एक ही पोर्ट से हो जाएगा। इसके अलावा, इस पोर्ट में चाहे केबल उलटा लगाया जाए या सीधा केबल लग जाएगा। ये पोर्ट्स पुराने पोर्ट्स की तरह नहीं होते हैं।

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13.Pixel Density: Pixel Density को (ppi) यानि pixels per inch के रूप में मापा जाता है। जिस मोबाइल का ppi सबसे ज्यादा होता है वह मोबाइल उतना ही अच्छा होता है। स्क्रीन के डिस्प्ले के एक इंच की दूरी में जितने ज्यादा पिक्सल होंगे, आपके स्मार्टफोन का स्क्रीन डिस्प्ले उतना ही अच्छा होगा।


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