विंध्य धाम में बही भक्ति की गंगा
मां विंध्यवासिनी की जयंती के उलक्ष्य में बुधवार की रात विंध्य धाम परिसर में देवी व भक्ति गीतों की बयार बही। बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने हर्ष ध्वनि व तालियों से कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में दूर दूर से आए कलाकारों ने मां
विंध्याचल (मीरजापुर)। मां विंध्यवासिनी की जयंती के उलक्ष्य में बुधवार की रात विंध्य धाम परिसर में देवी व भक्ति गीतों की बयार बही। बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने हर्ष ध्वनि व तालियों से कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में दूर दूर से आए कलाकारों ने मां विंध्यवासिनी के चरणों में अपने गीतों की प्रस्तुति की।
मां विंध्यवासिनी सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम का आगाज रविशंकर शास्त्री के भक्तिगीतों से हुआ। राम जी की सेना चली व आपकी कृपा से मेरा काम हो रहा है जैसे भक्तिगीतों की प्रस्तुति कर रविशंकर शास्त्री ने जागरण की शुरूआत की। इसके बाद अन्य कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। इसके बाद मुंबई से आई पार्श्व गायिका अनुराधा पौडवाल ने कार्यक्रम का आरंभ किया। इसके बाद तूने मुझे बुलाया शेरावालियां, मैं आया मैं आया, आज तेरा जगराता माता, आज तेरा जगराता, आजा आजा त्यौहार है भोले शंकर का त्यौहार तथा दुनिया न चले श्रीराम के बिना श्रीराम न चले हनुमान के बिना जैसे गीतों की तान पर उपस्थित जन समुदाय झूम उठा। बीच बीच में तालियों के ताल के साथ कलाकारों का उत्साहवर्धन किया गया। दो घंटे तक अपने भक्ति गीतों की प्रस्तुति के बाद गायिका ने गंगा आरती के साथ अपने कार्यक्रम का समापन किया।
इलाहाबाद से आए कुमार बादल व कोलकाता से आई मधुवंती वासु ने भी भक्ति गीतों की प्रस्तुति की। इतनी शक्ति हमें देना दाता व सत्यम शिवम सुंदरम जैसे गीतों को सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। मंच संचालन मंटू मिश्र ने किया। इस अवसर पर संस्था के संरक्षक मोहित मिश्र, अध्यक्ष गाैतम द्विवेदी, कोषाध्यक्ष बादल मिश्र, दीपक पांडेय, रांची से आए सियाराम सिंह, राकेश रंजन, आशीष आदि थे।
भोग प्रसाद का हुआ वितरण-विंध्याचल (मीरजापुर): इस अवसर पर चारो श्रृंगार में भाेग प्रसाद का वितरण किया गया। भंडारा किया गया। दीपदान के साथ मंदिर की सुंदर सजावट की गई थी। पूरा परिसर जगमग कर रहा था।
भिड़े तीर्थपुरोहित- विंध्याचल (मीरजापुर): कार्यक्रम के बीच में ही अनुराधा पौडवाल को चुनरी देने को लेकर तीर्थ पुरोहितों में विवाद हो गया। एक तीर्थ पुरोहित कलाकार को चुनरी भेंट करना चाहता था लेकिन दूसरे उसका विरोध कर रहे थे। इसी को लेकर विवाद हो गया। यह देखकर कलाकार स्टेज से हटकर किनारे हो गई। चुनरी देने के बाद तीर्थ पुरोहित कलाकार के साथ फोटो खींचवाने को अड़ गया। इस पर उसे खींच कर हटाया गया। इस पर पुन: विवाद हो गया। किसी तरह मामला शांत हुआ। इसके चलते कार्यक्रम कुछ देर के लिए बाधित रहा।