International Yoga Day: जाने 'सूर्य नमस्कार' और उससे होने वाले फायदे
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जानें की शास्त्रों द्वारा सर्वश्रेष्ठ बताये गए 'सूर्य नमस्कार' के लाभ और उसके प्रभाव के बारे में।
सारे योग से अधिक महत्व है 'सूर्य नमस्कार' का
अगर धर्म शास्त्रों की माने तो 'सूर्य नमस्कार' अकेला योग है जो किसी भी व्यक्ति को सम्पूर्ण योग व्यायाम के लाभ पहुंचाने में समर्थ है। इसके अभ्यास से शरीर निरोगी और स्वस्थ होकर तेजस्वी हो जाता है। 'सूर्य नमस्कार' स्त्री, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग सभी के लिए उपयोगी बताया गया है।
क्या है 'सूर्य नमस्कार'
'सूर्य नमस्कार' 12 स्थितियों में किया जाने वाला महत्वपूर्ण योगासन है। इसके आसनों को बहुत ही आसानी से किया जा सकता है। सूर्य मुद्रा हमारे शरीर के अग्नि तत्वों को संचालित करती है। इसका सीधा संबंध सूर्य और यूरेनस ग्रह से बताया गया है। शास्त्रों के अनुसार सूर्य नमस्कार करने से आंखो की रोशनी बढती है, खून का प्रवाह तेज होता है, ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है और वजन भी काबू में रहता है।
सूर्य नमस्कार से फायदे
मानसिक मजबूती बढ़ती है और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है।
सूर्य नमस्कार से विटामिन-डी मिलता है जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं।
आँखों की रोशनी बढती है।
शरीर में खून का प्रवाह तेज होता है जिससे ब्लड प्रेशर की बीमारी में आराम मिलता है।
सूर्य नमस्कार का असर दिमाग पर पडता है और दिमाग ठंडा रहता है।
मोटे लोगों के वजन को कम करने में यह बहुत ही मददगार होता है।
बालों को सफेद होने झड़ने व रूसी से बचाता है।
क्रोध पर काबू रखने में मददगार होता है।
कमर लचीली होती है और रीढ की हडडी मजबूत होती है।
त्वचा रोग होने की संभावना समाप्त हो जाती है।