रेलवे ट्रैक पर टेंट लगाकर बैठे किसान, रेलसेवा बुरी तरह प्रभावित
पंजाब में कर्जमाफी को लेकर किसानों का आंदोलन तेज हो गया है। किसान अमृतसर के मानांवाला आैर फिरोजपुर कैंट स्टेशनों के पास रेल ट्रैक पर धरना देकर बैठ गए हैं।
जेएनएन, अमृतसर/ फिरोजपुर। किसानाें ने यहां कैंट रेलवे स्टेशन के नजदीक टैंकावाली बस्ती रेलवे क्रासिंग के पास रेल लाइन पर धरना शुरू कर दिया है। दूसरी ओर, किसान संघर्ष कमेटी अपनी मांगों को लेकर अमृतसर के मानांवाला रेलवे स्टेशन पर भी धरना दे रही है। इससे किसानों ने रेलगाड़ियों का परिचालन ठप कर दिया है। इससे रेलवे ने फिरोजपुर और अमृतसर में कई ट्रेनों का मार्ग बदल दिया है। जम्मू तवी व टाटा मोरी एक्सप्रेस को तरनतारन से गुजारा गया है। इसके अलावा भी कई ट्रेनों के मार्ग बदले गए हैं। किसान कर्ज माफी सहित कई मांग कर रहे हैं।
कर्जमाफी व अन्य मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन शुक्रवार काे दोपहर बाद उग्र हो गया। अमृतसर में एक और जहां किसानों का एक ग्रुप डीसी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठा वहीं किसानों के दूसरे ग्रुप ने कस्बा मानांवाला रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। किसानों के रेल ट्रैक पर बैठने से अमृतसर दिल्ली रेल ट्रैक पर आने जाने वाली सभी गाड़ियां रुक गई है।
किसानों की मांग है कि सरकार किसानों का सारा कर्ज माफ करने संबंधी अपनी नीति स्पष्ट करे, फसलों के रेट स्वामीनाथन कमीशन के अनुसार तय किए जाएं, गन्ना की बकाया राशि तुरंत जारी की जाए और कृषि मजदूरों के भी कर्ज पूरी तरह माफ किए जाएं। किसानों की चेतावनी है जब तक सरकार उनकी मांगों पर स्पष्ट ऐलान नहीं करेगी तब तक वे रेल ट्रैक से नहीं हटेंगे।
फिरोजपुर कैंट स्टेशन के पास रेलवे स्टेशन पर धरना देते किसान।
रेलवे ने शुक्रवार शाम फैसला किया गया कि अमृतसर से रवाना होने वाली जम्मू तवी एक्सप्रेस व टाटा मोरी एक्सप्रेस अब तरनतारन से होकर ब्यास पहुंचेगी। तरनतारन के स्टेशन मास्टर रविशेर सिंह खालसा ने दोनों एक्सप्रेस गाडिय़ों के रूट बदलने की पुष्टि की। ये दोनों ट्रेनें अमृतसर रेलवे स्टेशन से बारास्ता तरनतारन से होकर ब्यास पहुंचेुगी। इस बीच तरनतारन और ब्यास के बीच चलने वाली डीएमयू ट्रेन भी प्रभावित होगी।
फिरोजपुर कैंट रेलवे स्टेशन के पास किसान अचानक रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए। वे टैंट कर रेलवे लाइन पर बैठ गए। इसकी सूचना मिलते ही रेलवे और प्रशासन के अधिकारी वहां पहुंचे और किसानों से रेलवे ट्रैक से हटने का अनुरोध किया। किसानों ने इससे साफ इन्कार कर दिया। किसानों का कहना है कि जब तक डीसी सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से नहीं बात कराएंगे और उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी वे रेलवे लाइन से नहीं हटेंगे।
किसानों ने रेलवे लाइन पर टेंट लगा दिया है और लंगर भी शुरू कर दी है। किसानाें की मांग है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह चुनाव से पहले कर्ज माफ करने के अपने वादे को निभाएं और पराली जलाने को लेकर जारी आदेश को वापस लिया जाए। किसानों के आंदोलन के कारण ट्रेनों को आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लुधियाना-फिरोजपुर पैसेंजर स्टेशन के बाहर खडी रही। कई प्रमुख ट्रेनों के मार्ग बदल दिए गए हैं। इससे यात्रियों को भरी परेशानी हाे रही है।