पाकिस्तान में सिल्क रोड से जुड़े मजदूरों की फिर हत्या
हत्याओं को गलियारे को लेकर स्थानीय लोगों में बढ़ती नाराजगी से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
क्वेटा, रायटर। गुलाम कश्मीर से गुजरने वाले आर्थिक गलियारे के निर्माण कार्य से जुड़े तीन पाकिस्तानी मजदूरों की शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह गलियारा एशिया, यूरोप और अफ्रीका को जल-थल मार्ग से जोड़ने वाली चीन की महत्वाकांक्षी परियोजना सिल्क रोड का हिस्सा है। बीते सप्ताह भी इस परियोजना से जुड़े 10 मजदूरों की पाकिस्तान में हत्या की गई थी। दस हजार से ज्यादा पाकिस्तानी जवानों की तैनाती के बावजूद 2014 से अब तक परियोजना से जुड़े 54 मजदूर मारे जा चुके हैं।
हत्याओं को गलियारे को लेकर स्थानीय लोगों में बढ़ती नाराजगी से भी जोड़कर देखा जा रहा है। अपनी जमीन से उजाड़े जाने के डर से ऐसे लोगों ने बलूच लिबरेशन आर्मी बना रखी है। बीते हफ्ते ग्वादर बंदरगाह के पास मजदूरों की हत्या की जिम्मेदारी इसी संगठन ने ली थी।
शुक्रवार को मजदूरों की हत्या ग्वादर से 280 किमी दूर होशाब में की गई। स्थानीय अधिकारी सरमदा सलीम ने बताया कि एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। ये लोग बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा से ग्वादर बंदरगाह को जोड़ने वाले हाइवे के निर्माण कार्य से जुड़े थे।
चीन के शिनजियांग प्रांत को पाकिस्तान के रणनीतिक बंदरगाह ग्वादर से जोड़ने वाले गलियारे के अगले साल जून तक शुरू होने की उम्मीद है। गलियारे का निर्माण भारत की आपत्तियों को दरकिनार कर किया जा रहा है। इसी कारण भारत ने हाल में बीजिंग में सिल्क रोड पर हुए अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया था। स्थानीय लोग भी इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं। इनकी आवाज दबाने और परियोजना से जुड़े लोगों की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान ने 2015 में एक अलग सैन्य इकाई गठित की थी। इस इकाई के साथ चीनी जवानों के भी इस इलाके में तैनात होने की खबर है।
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