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विजेंद्र को नहीं पता कि मैं कौन हूं : मैमैतीअली

डब्ल्यूबीओ सुपर मिडिलवेट चैंपियन जुल्पिकार मैमैतीअली ने कहा कि उनका इरादा विजेंद्र सिंह को उनकी सरजमीं पर हैरान करने का है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sun, 16 Jul 2017 08:11 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jul 2017 08:11 PM (IST)
विजेंद्र को नहीं पता कि मैं कौन हूं : मैमैतीअली
विजेंद्र को नहीं पता कि मैं कौन हूं : मैमैतीअली

नई दिल्ली, प्रेट्र। डब्ल्यूबीओ सुपर मिडिलवेट चैंपियन जुल्पिकार मैमैतीअली ने कहा कि उनका इरादा विजेंद्र सिंह को उनकी सरजमीं पर हैरान करने का है। वह नॉकआउट में जीत दर्ज करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए दिन में दस घंटे अभ्यास कर रहे हैं।

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हर मुकाबले के प्रति गंभीर : डब्ल्यूबीओ एशिया पैसेफिक सुपर मिडिलवेट चैंपियन विजेंद्र का सामना पांच अगस्त को मुंबई के एनएससीआइ में चीन के नंबर एक मैमैतीअली से होगा। यह मुकाबला दोहरे खिताब के लिए होगा। मैमैतीअली ने कहा, 'मैं हर मुकाबले को गंभीरता से लेता हूं और हर समय खुद को उस स्थिति में पहुंचाने की कोशिश करता हूं। विजेंद्र उन प्रतिद्वंद्वियों में है जिसे मैं हरा दूंगा। मैं उसकी चालों को समझता हूं और उसी के अनुसार तैयारी कर रहा हूं। मैं प्रतिदिन दस घंटे अभ्यास कर रहा हूं, ताकि विजेंद्र को पहले दो या तीन राउंड में ही नॉकआउट कर दूं। पांच अगस्त को असल में विजेंद्र अपने पेशेवर मुक्केबाजी करियर में सबसे कड़े प्रतिद्वंद्वी का सामना करेगा।

पंचों की बारिश कर देगी हैरान : मैमैतीअली ने कहा कि उन्होंने 2015 में पदार्पण के बाद से ही अजेय चल रहे इस भारतीय मुक्केबाज को हराने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है। उन्होंने कहा, 'मेरी टीम ने उसके सभी मुकाबले देखे हैं। अब इस चरण में सिर्फ मुझे और मेरे कोच को ही अभ्यास कार्यक्रम के बारे में पता है। विजेंद्र पर जब मेरे पंचों की बारिश होगी तो वह हैरान रह जाएगा। वह सोच रहा है कि मैं बच्चा हूं, लेकिन उसे नहीं पता कि मैं कौन हूं।

दोनों हैं अजेय : विजेंद्र ने पेशेवर मुक्केबाजी पदार्पण के बाद सात नॉकआउट जीत दर्ज की हैं। मैमैतअली भी अब तक अजेय हैं, लेकिन उनके नाम पर कम नॉकआउट जीत दर्ज हैं। मैमैतअली ने कहा, 'हम दोनों के नाम पर पदार्पण के बाद कोई मुकाबला नहीं गंवाने का रिकॉर्ड है। नॉकआउट में भी हम दोनों का रिकॉर्ड अच्छा है। दबाव उस पर होना चाहिए। उसे भारत में मुक्केबाजी का बादशाह माना जाता है, इसलिए उसने बादशाह की तरह शुरुआत की है, लेकिन इस बार मेरी चलेगी।

इस दौरान ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले अखिल कुमार और जितेंद्र कुमार के साथ डब्ल्यूबीसी एशिया वेल्टरवेट चैंपियन नीरज गोयत, कुलदीप ढांडा, प्रदीप खरेरा और धर्मेंद्र ग्रेवाल के भी मुकाबले होंगे।


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