मिली लकड़ी की रेलवे लाइन, देखिए किस काम आती थी और कैसी थी ट्रेन
वैज्ञानिकों को 18वीं शताब्दी में बना हुआ एक लकड़ी का रेलवे ट्रेक मिला है। जल्द ही इस रेलवे ट्रेक को जनता के देखने के लिए खोल दिया जाएगा। अभी इस रेलवे ट्रेक को ठीक किया जा रहा है।
वैज्ञानिकों ने खोजा लकड़ी का रेलवे ट्रेक
18वीं शताब्दी का ये रेलवे ट्रेक कोयलो को इधर से उधर भेजने के लिए प्रयोग में लाया जाता था। इस लकड़ी के रेलवे ट्रेक पर ट्रेन की जगह घोड़े दौड़ा करते थे। इस रेलवे ट्रेक को न्यूकॉस्टल के पास 2013 में ढूंढा गया था। यह अभी तक मिला इकलौता लकड़ी का रेलवे ट्रेक है। जिसके बाद से इस रेलवे ट्रेक की मरम्मत का काम चल रहा था। ये रेलवे ट्रेक नेप्टयून शिपयार्ड के पास बना हुआ है। सबसे पहले घोड़ों के जरिए ही भारी सामान एक से दूसरी जगह ले जाया करते थे। लकड़ी के रेलवे ट्रेक ने इस काम को और भी आसान बना दिया था।
कोयला ढोने के लिए बनाए गए थे लकड़ी के ट्रेक
आर्कियोलॉजिस्ट इस ट्रेक के मिलने से हैरान हैं। उस दौरान इस टेक्नोलॉजी को यूज कर के लकड़ी के रेलवे ट्रेक का निमार्ण सभी को आश्चर्य में डाल रहा है। यह पहला लकड़ी का रेलवे ट्रेक है जिसे वैज्ञानिकों ने खोज निकाला है। लकड़ी के बड़े-बड़े लठ्ठों से इस ट्रेक को तैयार किया गया था। लठ्ठो को चौकोर में काटा गया था। इसके बाद नट बोल्ट की सहायता से उसे आपस में कसा गया। जिससे वजन पड़ने पर ट्रेक इधर-उधर ना जाए। 1700 ईसा में रेलवे इन ट्रेकों से घोड़ों के वैगन में कोयले की सप्लाई किया करता था। ये अपने आप में एक अजूबा है।