अब आएगा देखने वाला हाथ, इलेक्ट्रॉनिक ब्रेन से होगा कंट्रोल
कृत्रिम अंगों की दुनिया में बहुत जल्द एक बड़ा बदलाव आने वाला है। साइंटिस्टों ने एक ऐसे आर्टिफिशियल हाथ को तैयार किया है जो खुद देख-परख कर चीजों को अपने हिसाब से उठाएगा। पढ़ें पूरी खबर...
यह हाथ तो खुद देख लेता है
मेडिकल जगत में आएदिन नई रिसर्च और बदलाव होते रहते हैं। इसी का नतीजा है कि अब कृत्रिम अंगों की बनावट भी कुछ अलग होने जा रही है। वैज्ञानिकों ने कृत्रिम हाथ बनाने का नया तरीका अपनाया है। यह हाथ खुद ब खुद चीजों को देख सकेगा और अपने हिसाब से चीजों को उठा सकेगा। इस हाथ में एक कैमरा लगा होगा जो किसी वस्तु की फोटो खींचकर उसे इलेक्ट्रानिक ब्रेन में भेज देगा।
चीजों को सही तरीके से उठाता है
कृत्रिम अंगों के एक्सपर्ट डॉ किएनोश नजरेपोर की मानें तो, उन्होंने कृत्रिम हाथ बनाने के नए तरीके को काफी सराहा है। अभी तक डॉक्टर पुरानी बनावट वाले कृत्रिम अंगों का इस्तेमाल किया करते थे। लेकिन अब समय बदल चुका है। टेक्नोलॉजी के विकास के साथ ही मेडिकल जगत में भी नई-नई तकनीक का उपयोग हो रहा है। यह नया कृत्रिम हाथ चीजों को अपने हिसाब से उठाने में सक्षम होगा। जैसे कि पेंसिल से लेकर सेब या बोतल पकड़ने तक, हर चीजों को यह खुद समझकर उन्हें सही तरीके से उठा सकता है।
कैसे करेगा काम
इस आर्टिफिशियल हाथ में एक कैमरा लगा होगा। जो पहले वस्तु की फोटो खींचेगा और उसे इलेक्ट्रानिक ब्रेन में भेज देगा। यह ब्रेन हाथ को मिली सेकेंड के अंदर निर्देश दे देगा कि वस्तु को किस तरह से उठाना है। साइंटिस्टों ने इस कैमरे में करीब 500 से ज्यादा वस्तुओं की 70 अलग-अलग तरीके के एंगल से फोटो खींचकर कैमरे की मेमोरी में फिट किया है। ऐसे में जब हाथ किसी वस्तु के सामने आता है तो वह तुरंत ही मेमोरी से संबंधित वस्तु की फोटो रिकॉल करके उसे उठाने का तरीका समझ लेता है। फिलहाल यह हाथ चार तरीके से वस्तु को उठाएगा। जैसे कि कप, रिमोट, सेब और पेन।