256 साल जिंदा रहा यह शख्स, विकिपीडिया पर है उसका पेज
विकिपीडया पर एक चीनी शख्स के बारे में कहा गया है कि वो 256 साल तक जिंदा रहा। कहते हैं कि उसने जिंदा और स्वस्थ रहने का मंत्र सीख लिया था।
चीनी सेना में था ली
ली चिंग का जन्म चीन में क्विंग शासन के दौरान सिचुआन में 1677 और 1736 में हुआ था। उसने अपनी ज्यादातर जिंदगी पहाड़ों पर बिताई। चीनी सेना के जनरल युंग सेन की माने तो ली का जन्म 1677 में हुआ था। 13 साल की उम्र में ली घर छोड़ कर पहाड़ो पर रहने चले गये। जब ली लौट कर आये उस समय उनकी उम्र 51 साल की थी। जिसके बाद उन्होंने जनरल यू जॉन्ग की सेना में सलाहकार भी भूमिका में काम किया। 78 साल की उम्र में उन्होंने सेना से रिटायरमेंट ले लिया। इससे पहले उन्होंने गोल्डन रिवर की लडाई में हिस्सा लिया।
शाही घराने से भेजा गया था संदेश
यू जॉन्ग की सेना में लंबे समय तक सेवा देने के लिये वहां के शाही राजघराने में ली की जिंदगी के सौ वर्ष पूरे होने पर उन्हें एक शाही बधाई संदेश भेजा। इसके बाद ली के 150वें और 200वें जन्म दिन पर भी शाही घराने की ओर से बधाई संदेश आया। 1928 में डीन वू चुंग चेन जो मिनकू यूनीवर्सिटी में शिक्षा विभाग में थे उन्होंने ली की दिये गये शाही संदेश ढूंढ निकाले। उनकी खोज को चीन के दो अखबारों ने प्रकाशित भी किया। एक साल भी 1929 में न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी इस खबर की पुष्टि की। दोनो अखबारों की रिपोर्ट की माने तो ली की मौत 1933 में हुई। अगर इन रिकॉर्ड की माने तो वह पूरे 200 साल तक जिंदा रहा।
डॉक्टर के रूप में प्रसिद्ध था ली
1908 में ली की जिंदगी पर एक किताब लिखी जिसका नाम द सीक्रेट ऑफ ली ली क्वीनगिन इमोर्टेलिटी रख गया। ली चिंग अपने समय में एक आयुर्वेद के डॉक्टर के रूप में प्रसिद्ध थे। उसके साथ मार्शल आर्ट मे भी उन्हें महारथ हासिल थी। कहतें हैं की उसने जीने का मत्रं सीख लिया था इस लिए हमेशा से वो निरोगी और फीट रहा। ली चिंग ने अपने जीवन काल में 23 पत्नियों का अंतिम संस्कार किया था। 6 मई 1933 को जब ली चिंग की मृत्यु हुई तब उसकी उम्र 256 साल की थी।