संसद में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेगी तृणमूल
सारधा घोटाले में अपने नेताओं पर लगातार कसते सीबीआइ शिकंजे से क्षुब्ध तृणमूल कांग्रेस ने संसद के बजट सत्र में केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है। शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पर हुई बैठक के बाद पार्टी ने इसका खुलासा किया।
कोलकाता, जागरण ब्यूरो। सारधा घोटाले में अपने नेताओं पर लगातार कसते सीबीआइ शिकंजे से क्षुब्ध तृणमूल कांग्रेस ने संसद के बजट सत्र में केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है। शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पर हुई बैठक के बाद पार्टी ने इसका खुलासा किया। इसके तहत विदेश में जमा काला धन वापस लाने जैसे पूर्व में किए गए चुनावी वादों पर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा।
बैठक के बाद पार्टी ने कहा कि वह सारधा घोटाले में तृणमूल नेताओं से सीबीआइ द्वारा पूछताछ करने को लेकर सरकार से राजनीतिक रूप से लडे़गी। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ'ब्रायन ने बताया कि 'हम चुनाव पूर्व किए गए वादों को पूरा करने में केंद्र सरकार की विफलता को लेकर बजट सत्र में सवाल पूछेंगे, जिसमें विदेश में जमा काले धन को वापस लाना और दमनकारी भूमि अध्यादेश शामिल है। कहा, पार्टी चुनाव सुधार के मुद्दे को भी मजबूती से उठाएगी।
तृणमूल कांग्रेस से सीबीआइ की पूछताछ पर उन्होंने कहा, यह सीबीआइ है या कुछ और, इससे हम राजनीतिक रूप से लडेंगे। गौरतलब है कि संसद का बजट सत्र 23 फरवरी से शुरू हो रहा है। पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा बहाने से तृणमूल कांग्रेस के सांसदों को गिरफ्तार कर रही है, जिसे राज्यसभा में बहुमत तक नहीं है। कहा, तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल इस मुद्दे पर राज्यसभा अध्यक्ष व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी से मुलाकात करेगा।
तृणमूल को ममता खुद तोड़ेंगी
कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा भाजपा पर उनकी पार्टी को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाए जाने पर विभिन्न दलों ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य व विधानसभा में विपक्षी दल के नेता सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस को तोड़ने के लिए किसी की जरूरत नहीं, ममता अपनी पार्टी तोड़ने के लिए खुद ही काफी हैं। उनके बयानों से लग रहा है कि वह सीबीआइ से डरी हुई हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान ने कहा कि सारधा कांड में दोषी नेताओं की जगह अब जेल ही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यह समझ गई हैं, इसलिए पहले से ही अपने नेताओं को जेल जाने से नहीं डरने की बात कह रही हैं। उन्हें खुद भी सीबीआइ जांच का सामना करना पड़ेगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने कहा कि तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल रॉय सरकारी गवाह बनने की फिराक में हैं, जिससे मुख्यमंत्री डर गई हैं।