जाधव को राजनयिक पहुंच के मामले में गेंद पाकिस्तान के पाले में
कुलभूषण मामले में यदि पाकिस्तान अगली सुनवाई से पहले भारत को काउंलर एक्सेस नहीं देता है तो उसने अदालत से डांट सुननी पड़ सकती है।
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने कुलभूषण जाधव को दी गई फांसी की सजा पर अभी अंतरिम रोक लगा दी है लेकिन पाक हुक्मरान जाधव को भारतीय राजनयिकों से मिलने दिया जाएगा या नहीं इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। हेग स्थित आईसीजे ने अपने फैसले में जाधव तक भारतीय राजनयिक की पहुंच होने पर दो टूक नहीं कहा है लेकिन भारत को अभी भी यह उम्मीद है कि पाकिस्तान इस बारे में अब ज्यादा लेट लतीफी नहीं करेगा। क्योंकि पाक ऐसा नहीं करता है तो उसे आइसीजे की अगली सुनवाई में और खरी खरी सुननी पड़ सकती है। वैसे पाकिस्तान सरकार की तरफ से इस तरह का कोई संकेत नहीं आया है कि उनके विचार बदले हो।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले का कहना है कि आईसीजे ने गुरुवार को अपने आदेश में जाधव तक राजनयिक पहुंच बनाने को लेकर कुछ नहीं कहा है। लेकिन भारत ने इस बारे में आग्रह किया था जाहिर है कि यह मामला लंबित है। लेकिन हम इस बारे में अभी तक पाक सरकार से 16 बार आग्रह कर चुके हैं। अगर पाक सरकार चाहे तो वह कभी भी इसकी अनुमति दे सकती है। बागले ने यह भी संकेत दिए कि आइसीजे में चल रहे मुकद्दमे के इतर भारत पाकिस्तान से राजनयिक स्तर पर जाधव से मुलाकात के मुद्दे पर बात कर रहा है। इसी तरह से जाधव की मा ने पाकिस्तान जा कर अपने बेटे से मिलने की इच्छा पाक सरकार के समक्ष जताई है। लेकिन पाकिस्तान उन्हें भी वीजा नहीं दे रहा है।
विदेश मंत्रालय के एक अन्य अधिकारी के मुताबिक यह पाकिस्तान के हित में होगा कि वह अडि़यल रवैया छोड़ कर जाधव को भारतीय राजनयिकों से मिलने दे। आईसीजे ने इस बारे में कोई आदेश भले ही न दिया हो लेकिन अंतरिम आदेश में इस बात को स्वीकार किया गया है कि जाधव को उसके मूल देश के राजनयिक से नहीं मिलने दिया गया। साथ ही आईसीजे ने पाक के इस तर्क को ठुकरा दिया है कि आतंक से जुड़े मामले में उसे विएना समझौते के अलग जाने का अधिकार है। इन दोनों बातों को मिला कर देखा जाए तो अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने जाधव को राजनयिक पहुंच देने के मामले में गेंद पाक के पाले में डाल दी है। अगली सुनवाई तक पाक ऐसा नहीं करता है तो उसे आईसीजे में और मुंह की खानी पड़ सकती है।
उधर, आईसीजे के फैसले के एक दिन बाद पाकिस्तान की तरफ से जो संकेत आ रहे हैं उससे साफ होता है कि वह सुधरने को तैयार नहीं है। पीएम नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने शुक्रवार को कहा है कि आईसीजे ने पाकिस्तान को जाधव तक भारतीय राजनयिक की पहुंच देने को लेकर कुछ नहीं कहा है। पाकिस्तान को इस बारे में फैसला करना है। आईसीजे ने बस अपना मत जताया है। आगे इस मामले में पाकिस्तान ने अपने और वरिष्ठ वकीलों व विशेषज्ञों के दल को भेजने की बात कही है।
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