आरएसएस के डर से चुप रहते हैं मोदी : मदनी
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने केंद्र की भाजपा सरकार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के इशारे पर चलने वाली सरकार बताया।
सहारनपुर, जागरण संवाददाता। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने केंद्र की भाजपा सरकार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के इशारे पर चलने वाली सरकार बताया। भाजपा के लोग अल्पसंख्यकों के विरुद्ध लगातार जहर उगल रहे हैं और देश के प्रधानमंत्री ऐसे लोगों पर लगाम कसने के बजाए आरएसएस के डर से चुप्पी साधे हुए हैं।
लखनऊ में जमीयत के सम्मेलन से देवबंद लौटे मौलाना अरशद मदनी ने रविवार शाम पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सांप्रदायिकता देश के लिए घातक है। इससे न केवल अल्पसंख्यकों का, बल्कि बहुसंख्यकों क भी नुकसान होगा।
कहा कि देश पहले भी एक बार फिरकापरस्ती की बुनियाद पर बट चुका है। यदि अब इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो देश फिर से टूट सकता है। मदनी ने कहा कि अगर कोई ऐसी आवाज उठती है, जिससे देश के किसी वर्ग में असुरक्षा की भावना पैदा होती हो तो ऐसी आवाज उठाने वालों के विरुद्ध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सख्त कार्रवाई अमल में लानी चाहिए।
आरएसएस पर तीखा प्रहार करते हुए मौलाना मदनी ने कहा कि आरएसएस को मुसलमान सत्तर वर्षो से जानते हैं। आरएसएस ने देश में दंगे कराकर मुसलमानों का कत्लेआम कराया, उसके किसी भी बयान से मुसलमान भ्रमित होने वाले नहीं हैं। साथ ही कहा कि धर्मातरण के मुद्दे पर पीएम मोदी की खामोशी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी करनी व कथनी में अंतर है।
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