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पुलिस का दावा, लगरपुरिया व उदयवीर गिरोह ने की भरत सिंह की हत्या

नजफगढ़ स्थित ढिचाऊं कला गांव के रहने वाले इनेलो के पूर्व विधायक चौधरी भरत सिंह की हत्या हरियाणा के बहादुरगढ़ के लगरपुर गांव के रहने वाले कुख्यात विकास लगरपुरिया और मित्राऊं गांव के रहने वाले उदयवीर उर्फ काले गिरोह ने मिलकर की है। इन दोनों गिरोहों के बारे में कई

By Sanjay BhardwajEdited By: Published: Thu, 02 Apr 2015 12:56 AM (IST)Updated: Thu, 02 Apr 2015 05:58 AM (IST)
पुलिस का दावा, लगरपुरिया व उदयवीर गिरोह ने की भरत सिंह की हत्या

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। नजफगढ़ स्थित ढिचाऊं कला गांव के रहने वाले इनेलो के पूर्व विधायक चौधरी भरत सिंह की हत्या हरियाणा के बहादुरगढ़ के लगरपुर गांव के रहने वाले कुख्यात विकास लगरपुरिया और मित्राऊं गांव के रहने वाले उदयवीर उर्फ काले गिरोह ने मिलकर की है। इन दोनों गिरोहों के बारे में कई अहम जानकारी पुलिस के हाथ लगी है।

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सूत्रों के मुताबिक, भरत सिंह की हत्या में तीन गाडिय़ों का इस्तेमाल किया गया था, जिनमें एक काली रंग की स्कार्पियो व दो फॉच्र्यूनर कार शामिल हैं। पुलिस को हरियाणा के सोनीपत स्थित खरखौंदा में स्कार्पियो लावारिस खड़ी मिली। कार पर एचआर 992207 नंबर प्लेट लगा है, जिसे पुलिस फर्जी मान रही है। संभावना जताई जा रही है कि वारदात में इस्तेमाल करने के लिए कहीं से स्कार्पियो लूटी या चोरी की गई होगी। कार के अंदर खून के भी धब्बे मिले हैं।

पुलिस को यह भी जानकारी मिल गई है कि स्कार्पियो में गोहाना के रहने वाले मोनू व मकरौली के रहने वाले भोलू समेत कई अन्य बदमाश थे। ये दोनों विकास लगरपुरिया के शूटर हैं। इनमें से एक के पैर में शूट आउट के दौरान गोली लगी थी। उसे ढूंढने के लिए तमाम अस्पतालों में भर्ती लोगों के बारे पता लगाया जा रहा है। दोनों फॉच्र्यूनर कार के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि लगरपुरिया गिरोह ही फॉच्र्यूनर कार का ज्यादा इस्तेमाल करता है। उसके पास कई फॉच्र्यूनर कार हैं। छावला व नजफगढ़ थाना समेत दक्षिण-पश्चिम जिले के कई थानों में पुलिस विकास लगरपुरिया की फॉच्र्यूनर कारें जब्त भी कर चुकी है, जो थानों में ही खड़ी हैं।

गत रविवार की रात जिस वक्त भरत सिंह की गोली मारकर हत्या की गई थी, उससे कई घंटे पहले मित्राऊं गांव के रहने वाले कुख्यात उदयवीर उर्फ काले व उसके परिवार के सभी सदस्य घर में ताला जड़ फरार हो चुके थे। सभी के फोन भी बंद आ रहे हैं। इससे पुलिस का शक उदयवीर पर गहरा गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, भरत सिंह की हत्या के एक घंटे बाद उदयवीर, चांद, दीपक व रविंद्र उर्फ भोलू के फोन बहादुरगढ़ में जाकर बंद हो गए। उसके बाद से फोन बंद आ रहे हैं। हालांकि, उनके फोन की कॉल डिटेल से अन्य बदमाशों के बारे में जानकारी मिल गई। दीपक उत्तर प्रदेश के बागपत का रहने वाला है और लगरपुरिया गिरोह का बदमाश है। चांद, उदयवीर का निजी सुरक्षाकर्मी है।

सीसीटीवी कैमरे से चला पता

पुलिस को अभिनंदन वाटिका व उदयवीर उर्फ काले के घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से उदयवीर गिरोह के बारे में पता चला। दोनों जगहों के कैमरों में चांद की तस्वीरें कैद पाई गईं। उदयवीर के घर के पास स्थित कैमरे में चांद बैग लेकर किसी महिला के पैर छूते दिखाई दे रहा है। उसके बाद उसे फॉच्र्यूनर में बैठते भी देखा गया। कार में तीन-चार युवक बैठते देखे गए।

कृष्ण पहलवान के पीएसओ की पिस्टल गायब

घटना के बाद से भरत सिंह के बड़े भाई कृष्ण पहलवान के पीएसओ (दिल्ली पुलिस का सिपाही) रामजीवन जो भरत सिंह के साथ अभिनंदन वाटिका गया था, उसकी सरकारी पिस्टल व भरत सिंह के एक सुरक्षा गार्ड की पिस्टल गायब है।

उदयवीर के पिता व चाचा की करवा दी थी हत्या

पुलिस का कहना है कि कई साल पूर्व उदयवीर के पिता व चाचा रोहतक में एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे, तब कृष्ण पहलवान ने उनकी हत्या करवा दी थी। तभी से वह कृष्ण पहलवान से बदला लेना चाह रहा था। दो जून, 2012 को उदयवीर ने झड़ौदा कला के रहने वाले विक्की डागर गिरोह के साथ मिलकर भरत सिंह की हत्या करने की कोशिश की थी, लेकिन वह बच गए थे।

पढ़ें : तीन तरफ से भरत सिंह पर हुआ था हमला, लगरपुरिया समेत कई गिरोहों पर शक पढ़ें : दिल्ली में पूर्व विधायक की गोली मारकर हत्या, चली 25 राउंड गोलियां


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