कोर्ट ने दिया गिरिराज के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश
भारतीय जनता पार्टी के नेता और केंद्र में मंत्री गिरिराज सिंह को सोनिया गांधी के खिलाफ बयान देना काफी महंगा पड़ रहा है। बयान के लिए खेद प्रकट करने के बावजूद उन्हें कोई राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है। गुरुवार को मामले पर संज्ञान लेते हुए मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के नेता और केंद्र में मंत्री गिरिराज सिंह को सोनिया गांधी के खिलाफ बयान देना काफी महंगा पड़ रहा है। बयान के लिए खेद प्रकट करने के बावजूद उन्हें कोई राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है। गुरुवार को मामले पर संज्ञान लेते हुए मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट ने गिरीराज के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। उनकी इस टिप्पणी पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अब अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बोली हैं कि ऐसे निम्न मानसिकता वाले लोगों की टिप्पणियों का जवाब देना उचित नहीं समझती।
इससे पहले, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजबब्बर ने गिरिराज सिंह को पागल करार दे दिया है। उन्होंने कहा है कि गिरिराज सिंह को पागलखाने में भेजकर उनका इलाज करवाया जाना चाहिए और उस पर जो खर्च आएगा हम उसे वहन करने के लिए तैयार हैं। उधर, मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम ने कहा है कि मैं गिरिराज सिंह के बयान की निंदा करता हूं और प्रधानमंत्री से मांग करता हूं कि उन्हें कैबिनेट से निकाल बाहर करें।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा है कि इस देश में या तो रामराज हो सकता है या गिरिराज। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह तय कर लिया है कि रामराज नहीं गिरिराज होगा। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि पीएम को ऐसे मंत्री को कैबिनेट से बाहर कर देना चाहिए।
उधर, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बरखा सिंह ने गिरिराज सिंह को बर्खास्त करने की मांग की है और इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।
दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ता वीपी हाउस के बाहर जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं। स्थिति को अनियंत्रित होता देख पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज किया, जिसके बाद नाराज कांग्रेसियों ने पुलिस पर अंडे फेंके।
उधर, यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का कहना है कि हमने पुलिस पर अंडे नहीं फेके हैं। प्रदर्शन में बहुत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए हैं। पब्लिक में से किसी ने फेंक दिया होगा।
इस नस्लभेदी बयान के खिलाफ मुंबई में संजय निरूपम की अगुआई में आज कांग्रेस ने मोर्चा निकाल विरोध प्रदर्शन किया है। इसके साथ बेंगलुरु और दिल्ली में भी कांग्रेस की तरफ से प्रदर्शन किया जा रहा है।
वहीं, बयान में नाइजीरिया का हवाला देना गिरिराज के लिए और मुश्किल खड़ा कर रहा है। गिरिराज के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए नाइजीरिया के राजनयिक ओबी. ओकोंगोर ने कहा कि इस बयान को लेकर विदेश मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि मंत्री अपने बयान को वापस लेंगे और नाइजीरिया के लोगों से माफी मांगेंगे।
गौरतलब है कि गिरिराज सिंह का एक वीडियो सामने आया जिसमें उन्हें सोनिया गांधी पर नस्लभेदी टिप्पणी करते सुना जा सकता है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि अगर राजीव गांधी किसी नाइजीरियाई महिला के साथ शादी की होती और अगर वह गोरी नहीं होती तो क्या कांग्रेस उन्हें अपना नेता चुनती। गिरिराज ने कहा कि सोनिया गांधी गोरी चमड़ी की वजह से कांग्रेस की अध्यक्ष बनी हैं।
गिरिराज के बयान की पूरे देश में निंदा हो रही है। भाजपा ने भी गिरिराज के इस बयान से खुद को अलग रखते हुए उनके बयान को अपमानजनक और अनुचित करार दिया है। उधर, मामले के तूल पकड़ने के बाद गिरिराज सिंह ने बयान पर सफाई दी और कहा कि उन्होंने यह बयान आधिकारिक रूप से नहीं दिया।
बाद में उन्होंने कहा कि अगर मेरे बयान से राहुल और सोनिया के साथ-साथ किसी की भावनाएं आहत हुई हैं, तो मैं उस पर खेद व्यक्त करता हूं।