राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग की गरमाहट में शुरू होगा मानसून सत्र
तीन हफ्ते तक चलने वाला मानसून सत्र 11 अगस्त को खत्म होगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव की 17 जुलाई को होनेवाली वोटिंग की सियासी गहमागहमी के साथ ही संसद के मानसून सत्र का आगाज होगा। तीन हफ्ते तक चलने वाला मानसून सत्र 11 अगस्त को खत्म होगा। संसद के इस सत्र के दौरान ही देश को नया राष्ट्रपति मिलेगा। वहीं देश में नए कर दौर की ऐतिहासिक शुरूआत की उपलब्धि के जोश से सरकार सत्र को कामयाब बनाने में कसर नहीं छोड़ेगी। तो विपक्ष भी राज्यों में किसानों की बदहाली के खिलाफ उठ रही आवाजों के साथ जम्मू-कश्मीर के गंभीर हालात और नई नौकरियां पैदा नहीं होने जैसे मुद्दों के साथ सरकार पर दबाव डालने की अपनी सियासत करेगा।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए प्रत्याशी रामनाथ कोविंद के सामने विपक्ष की मीरा कुमार के मुकाबले में उतरने की वजह से 17 जुलाई को वोटिंग तय है। इसके मद्देनजर ही गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार शाम कैबिनेट की संसदीय मामलों की समिति की बैठक में मानसून सत्र को 17 जुलाई से 11 अगस्त के बीच बुलाने का फैसला किया गया। ताकि संसद सत्र के बहाने सभी सांसद राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के लिए भी दिल्ली पहुंच जाएं।
वैसे भी मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा दोनों की बैठक श्रद्धांजलि के बाद स्थगित किया जाना तय है। पंजाब के गुरुदासपुर लोकसभा के सांसद फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना का निधन हो गया है और इसीलिए उनके सम्मान में बिना कामकाज के सदन स्थगित हो जाएगा। इसी तरह राज्यसभा की कार्यवाही भी पहले दिन सीटिंग सांसद पल्लवी रेड्डी के निधन की वजह से नहीं चलेगी। मानसून सत्र का पहला दिन इस लिहाज से माननीयों के लिए पूरी तरह राष्ट्रपति चुनाव में अपना वोट डालने के लिए समर्पित रहेगा।
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