गुजरात: टोल प्लाजा पर नहीं रुकेंगी बसें, ई-टोलिंग से होगा पेमेंट
जीएसआरटीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर विजय नेहरा ने कहा कि ये रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन तकनीक के कारण संभव हो सका है जो ई-टोलिंग( टोल का डिजिटल पेमेंट) के लिए काम करता है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। सड़क परिवहन में भी डिजिटलाइजेशन का असर होने लगा है। इसके तहत गुजरात में बस सेवा में टोल को लेकर बड़े बदलाव किये गए हैं। इसके तहत राज्य को बड़ा मुनाफा हो सकता है।
गुजरात स्टेट बोर्ड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (जीएसबीटीसी) की बसों को लेकर ये निर्णय लिया गया है कि इन बसों को टोल भुगतान के लिए अब से राज्य के नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के एक भी टोल प्लाजा पर नहीं रुकना पड़ेगा। अब ये सभी डिजिटल भुगतान करेंगे। जीएसआरटीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर विजय नेहरा ने कहा कि ये रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन तकनीक के कारण संभव हो सका है जो ई-टोलिंग( टोल का डिजिटल पेमेंट) के लिए काम करता है।
उन्होंने कहा कि जीएसआरटीसी ने एनएचएआई के आरएफआईडी तकनीक को अपनाने के लिए आवश्यक निर्देशों पर काम किया। इसके अंतर्गत जब वाहन टोल प्लाजा से निकलेगा तब ऑटोमेटिक टोल शुल्क वाहन यूजर के प्रीपेड अकाउंट के काट लिया जाएगा। नेहरा ने कहा कि इससे राज्य को फायदा होगा, इस नियम से करोड़ों रुपए की बचत होगी जो टोल प्लाजा पर वाहनों के खड़े होने से इंधन में खर्च हो जाते हैं। साथ ही इससे टोल प्लाजा पर लगने वाले भारी जाम से भी छुटकारा मिलेगा।