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असम में बाढ़ जैसे हालात, उत्तर- भारत में भारी बारिश की चेतावनी

उत्तर से लेकर पूर्वोत्तर तक के कई राज्य इस समय भारी बारिश की मार से गुजर रहे हैं। आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर होने की संभावना है।

By kishor joshiEdited By: Published: Mon, 25 Jul 2016 06:18 AM (IST)Updated: Mon, 25 Jul 2016 06:52 AM (IST)
असम में बाढ़ जैसे हालात, उत्तर- भारत में भारी बारिश की चेतावनी

नई दिल्ली (जेएनएन)। पिछले कई दिनो से असम और अरुणाचल में हो रही लगातार बारिश के बाद आई बाढ़ से दोनों राज्यों में हालात गंभीर हो गए हैं। असम में बाढ़ की स्थिति लगातार नाजुक बनी हुई है। रविवार शाम तक 14 जिलों में छह लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।

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जलमग्न होने के कारण हजारो लोग घर से बाहर नही निकल पा रहे है। केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों ने कहा कि ब्रह्मपुत्र नदी डिब्रूगढ़, नीमतीघाट, तेजपुर, गोलापाड़ा और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, वहीं ब्रह्मपुत्र की कुछ सहायक नदियों का जलस्तर भी बढ़ रहा है।यही कारण है कि बाढ़ से निपटने के लिये जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन की ओर से सेना को तैयार रहने को कहा गया है। जलपाईगुड़ी जिले के सात ब्लाक के 128 गांव के 25,365 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए है। मालबाजार, बिन्नागुड़ी समेत बानरहाट के बाढ़ प्रभावित इलाको मे राहत सामग्री की व्यवस्था की गई है।

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अरुणाचल में हालात गंभीर

उधर अरुणाचल प्रदेश में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. जल संसाधन विभाग की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि यहां पर नमसाई जिले में सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। नाओ-डेहिंग नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसकी वजह से सैंकड़ों गांव डूब गये हैं। सेना के जवान अब तक 100 से ज्यादा परिवारों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा चुकी है। प्रदेश में लोहित, कामलांग, टेंगापानी नदियां उफान पर हैं।

अगले कुछ दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में हो सकती है भारी बारिश

मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में भारी बारिश हो सकती है। इसका सबसे ज्यादा असर हिमाचल और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, 25 जुलाई से 27 जुलाई के दौरान उत्तराखंड और हिमाचल के ज्यादातर इलाकों में झमाझम बारिश की संभावना है। इसी दौरान 26 तारीख से उत्तर भारत में एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भी दाखिल होने जा रहा है। इसी दौरान 26 तारीख से उत्तर भारत में एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भी दाखिल होने जा रहा है जिस कारण मानसून और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस में टकराव हो सकता है और इससे हिमालयी क्षेत्रों में अतिवृष्टि की प्रबल आशंका है।

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उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन को पूरी तरह से मुस्तैद रहने को कहा है। वहीं हिमालचल में मौसम विभाग ने कुछ इसी तरह की चेतावनी दी है। जबकि जम्मू-कश्मीर में 26 और 27 जुलाई को कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और मानसून में टकराव की आशंका के चलते राज्य में ऑरेंज वॉर्निंग जारी की गई है।

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