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दरभंगा व जोगबनी देश के सबसे गंदे रेलवे स्टेशन

निजामुद्दीन व पुरानी दिल्ली से ज्यादा गंदा है नई दिल्ली रेलवे स्टेशन..

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Wed, 17 May 2017 07:56 PM (IST)Updated: Wed, 17 May 2017 07:56 PM (IST)
दरभंगा व जोगबनी देश के सबसे गंदे रेलवे स्टेशन
दरभंगा व जोगबनी देश के सबसे गंदे रेलवे स्टेशन

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आनंद विहार जम्मू तवी, लखनऊ तथा गोरखपुर स्टेशन का शुमार देश के सबसे साफ-सुथरे स्टेशनों में किया गया है। विशाखापत्तनम और ब्यास देश के सर्वाधिक स्वच्छ स्टेशन हैं। जबकि दरभंगा और जोगबनी का शुमार सबसे गंदे स्टेशनों में किया गया है।

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आइआरसीटीसी द्वारा रेलवे स्टेशनों में साफ-सफाई की स्थिति के आधार पर कराए गए तीसरे सर्वे में, जिसे रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने यहां बुधवार को जारी किया, यह तथ्य उजागर हुआ है। इसमें ए1 श्रेणी के 75 तथा ए श्रेणी 332 स्टेशनों समेत कुल 407 रेलवे स्टेशनों को शामिल किया गया। इसी तरह की सर्वे अब ट्रेनों के बाबत भी किया जा रहा है। परिणाम जल्द घोषित किए जाएंगे।

सर्वे की खास बात देश की राजधानी दिल्ली के सबसे प्रमुख नई दिल्ली स्टेशन का ए1 स्टेशनों में 39वां स्थान पाना है। इससे उत्तर रेलवे की बड़ी फजीहत हुई है। नई दिल्ली से बेहतर स्थिति तो हजरत निजामुद्दीन व पुरानी दिल्ली स्टेशन की है जो क्रमश: 23वें एवं 24वें स्थान पर रहे हैं। आनंद विहार को भी पांचवां स्थान मिल गया है। जबकि तीसरा स्थान पाकर जम्मू तवी ने उत्तर रेलवे की इज्जत बचा ली है। लखनऊ को छठा, गोरखपुर को 12वां स्थान मिलने से पूर्वोत्तर रेलवे को राहत मिली है। परंतु तमाम प्रयासों के बावजूद प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को 14वां स्थान मिलने से उत्तर रेलवे की किरकिरी हुई है। पटना 28वें, हरिद्वार 30वें और आगरा 35 स्थान पर हैं। ए1 श्रेणी के स्टेशनों में दरभंगा, जबकि ए श्रेणी के स्टेशनों में जोगबनी का नाम लिस्ट में सबसे आखिरी है। ए श्रेणी के स्टेशनों में हिमाचल प्रदेश का ब्यास स्टेशन पूर्व की तरह पहले नंबर पर काबिज है।

इस सर्वे को आइआरसीटीसी के लिए क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया ने किया। जिसने रेलवे स्टेशनों की स्वच्छता को मापने के लिए टायलेट, पेयजल बूथ, खानपान स्टॉल, फूट ओवरब्रिज, पटरियों तथा कूडे़दानों के अलावा पार्किंग एरिया, प्रवेश द्वार तथा प्रतीक्षालय की स्वच्छता पर खास तौर पर गौर किया। सर्वे में स्वच्छता के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं के अलावा निरीक्षण के दौरान पाई गई स्थिति तथा यात्रियों की राय-सभी को अलग-अलग एक तिहाई वेटेज दी गई।

सुरेश प्रभु ने कहा कि हम सभी स्टेशनों को स्वच्छ देखना चाहते हैं। पिछले सर्वे के बाद कई स्टेशनों की हालत में सुधार देखने को मिला है।

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