राणे से चव्हाण की चर्चा विफल, अब सोनिया करेंगी हस्तक्षेप
महाराष्ट्र के कोंकण के प्रभावशाली कांग्रेस नेता नारायण राणे द्वारा चव्हाण मंत्रिमंडल से इस्तीफे के बाद उन्हें मनाने की स्थानीय स्तर पर की गई कोशिशें विफल हो गई हैं। अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के समक्ष यह मामला उठाया जाएगा। राणे अब भी इस्तीफे पर अडिग हैं। राणे और मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माणि
मुंबई। महाराष्ट्र के कोंकण के प्रभावशाली कांग्रेस नेता नारायण राणे द्वारा चव्हाण मंत्रिमंडल से इस्तीफे के बाद उन्हें मनाने की स्थानीय स्तर पर की गई कोशिशें विफल हो गई हैं। अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के समक्ष यह मामला उठाया जाएगा। राणे अब भी इस्तीफे पर अडिग हैं।
राणे और मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे के बीच मंगलवार को चर्चा बेनतीजा रही। इसमें भी राणे उनका इस्तीफा स्वीकार करने पर अड़े रहे। इस मुलाकात के बाद राणे ने पत्रकारों को बताया कि यह तय हुआ कि चव्हाण अगले कुछ दिनों सोनिया गांधी से मुलाकात का वक्त लेंगे। इसमें चव्हाण, राणे और ठाकरे तीनों उनसे इस मसले पर चर्चा करेंगे
प्रदेश अध्यक्ष पद की पेशकश नहीं
राणे का कहना है कि वे इस्तीफे पर पुनर्विचार तभी करेंगे, जब उनके त्यागपत्र में उठाए गए मुद्दों का समाधान हो। यह पूछने पर कि गतिरोध दूर करने के लिए क्या उन्हें प्रदेश अध्यक्ष का पद देने की पेशकश की गई थी? राणे ने कहा कि ऐसी कोई पहल नहीं हुई। समाधान सिर्फ मेरे इस्तीफे को मंजूर करने में ही निहित है।
चर्चा से हल की उम्मीद
मुख्यमंत्री चव्हाण ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि उन्होंने राणे से इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया और आश्वस्त किया कि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिए जाएंगे। चव्हाण ने उम्मीद जताई कि यह मामला बातचीत के जरिए हल कर लिया जाएगा।
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