कंगारुओं से भिड़ना नहीं होगा आसान, ये हैं सबसे बड़ी कमजोरियां
कार्यवाहक कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व में 18 सदस्यीय भारतीय क्रिकेट टीम चार टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया से उसके घर में भिडऩे के लिए तैयार है, लेकिन यह लंबा दौरा आसान नहीं होने वाला है। भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के अलावा त्रिकोणीय सीरीज में
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। कार्यवाहक कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व में 18 सदस्यीय भारतीय क्रिकेट टीम चार टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया से उसके घर में भिडऩे के लिए तैयार है, लेकिन यह लंबा दौरा आसान नहीं होने वाला है। भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के अलावा त्रिकोणीय सीरीज में भी खेलना है और उसके कुछ दिन बाद वहीं पर विश्व कप भी होना है। इस कारण टीम के खिलाडिय़ों को लंबे दौरे के बावजूद अपनी फिटनेस को भी बरकरार रखना होगा। सबसे खास बात यह है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने घर में कुछ ज्यादा ही आक्रामक और मजबूत नजर आती है।
- कोहली का बड़ा टेस्ट:
कप्तान महेंद्र सिंह धौनी अंगूठे की चोट के कारण चार दिसंबर से ब्रिस्बेन में होने वाले पहले टेस्ट में नहीं खेलेंगे और इसमें कोहली कप्तानी करेंगे। यह कोहली के लिए बड़ा टेस्ट है, क्योंकि उन्होंने इससे पहले कभी भी इतने बड़े मुकाबले में कप्तानी नहीं की है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी के घर में टेस्ट मैच में कप्तान के तौर पर उतरना कोहली के लिए खुद को साबित करने का बेहतरीन मौका है। हालांकि यह उतना आसान भी नहीं है। अगर पहले मैच में भारत का प्रदर्शन खराब रहा तो बाकी सीरीज में उसका मनोबल नीचे चला जाएगा। यह मैच टीम इंडिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा।
- अधिकतर खिलाड़ी पहली बार देंगे टेस्ट:
टीम में शिखर धवन, मुरली विजय, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, सुरेश रैना, ऋद्धिमान साहा, नमन ओझा, रविचंद्रन अश्विन, कर्ण शर्मा, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, मुहम्मद शमी, इशांत शर्मा, उमेश यादव और वरुण एरोन जैसे खिलाड़ी हैं। इनमें से अधिकतर खिलाड़ी ऐसे हैं जो पहली बार ऑस्ट्रेलिया में उसके खिलाफ टेस्ट मैच में उतरेंगे। इस अनुभवहीनता से भी टीम को बचना होगा।
- विदेशी दौरे का खौफ:
भारतीय टीम जब भी विदेशी दौरे पर टेस्ट सीरीज खेलने जाती है तो उसकी शक्तिआधी रह जाती है। खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया में ऐसा देखने को मिला है। हालांकि ऑस्ट्रेलिया को पाकिस्तान के खिलाफ इसी महीने टेस्ट सीरीज में 0-2 से पराजय का सामना करना पड़ा है, लेकिन यह हार उसे संयुक्त अरब अमीरात में मिली थी। अपनी धरती पर लौटते ही वे फिर से आक्रामक और मजबूत हो जाएंगे। वहीं भारत विदेश में अपनी पिछली तीनों टेस्ट सीरीज हार चुका है। पिछले साल दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका में हुई दो टेस्ट मैचों की सीरीज में उसे 0-1 से, इस साल फरवरी में न्यूजीलैंड दौरे पर इतने ही मैचों की सीरीज में भी 0-1 से और जुलाई-अगस्त में इंग्लैंड में हुई पांच मैचों की सीरीज में 1-3 से पराजय मिली थी। अगर ऑस्ट्रेलिया की बात करें तो उसने फरवरी-मार्च में दक्षिण अफ्रीका को उसके घर में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से हराया था। आंकड़े भी टीम इंडिया के साथ नहीं नजर आते हैं।