क्या है रेट रेगुलेशन
रेट रेगुलेशन (दर विनियमन) जनोपयोगी सेवाओं को नियंत्रित करने का पारंपरिक तरीका है। सरकार की ओर से दिए गए एकाधिकार के बदले में जनोपयोगी सेवाएं कीमतों या उत्पादन पर अंकुश लगाने पर सहमत हो जाती हैं।
रेट रेगुलेशन (दर विनियमन) जनोपयोगी सेवाओं को नियंत्रित करने का पारंपरिक तरीका है। सरकार की ओर से दिए गए एकाधिकार के बदले में जनोपयोगी सेवाएं कीमतों या उत्पादन पर अंकुश लगाने पर सहमत हो जाती हैं।
परंपरागत रूप से यह माना जाता रहा है कि इससे प्राकृतिक एकाधिकार तो बढ़ेगा लेकिन यह उपभोक्ताओं को गैर-विनियमित एकाधिकार से बचाएगा। हालांकि, विनियमन से संबंधित अध्ययन दर्शाते हैं कि अक्सर दर विनियमन से निर्माताओं को ही लाभ पहुंचता है।
वस्तुओं की कीमत बाजार भाव से अधिक होती है। इससे उपभोक्ताओं को नुकसान होता है। इन्हीं नतीजों को देखते हुए अमेरिका में वर्ष 1970 में विनियमन आंदोलन शुरू हुआ। तब से एयरलाइंस, ट्रकिंग, प्राकृतिक गैस उद्योग पर से ज्यादातर विनियमन हटाए गए।