मुनाफावसूली ने उड़ाई दलाल स्ट्रीट की रौनक
दलाल स्ट्रीट में शुक्रवार को मुनाफावसूली का बोलबाला रहा। विदेशी बाजारों में कमजोरी के बीच बैकिंग शेयरों की अगुआई में निवेशकों ने चौतरफा बिकवाली की। इससे बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 498.82 अंक यानी 1.68 फीसद लुढ़ककर 29,182.95 अंक पर पहुंच गया। यह इस संवेदी सूचकांक में तीन हफ्तों
मुंबई। दलाल स्ट्रीट में शुक्रवार को मुनाफावसूली का बोलबाला रहा। विदेशी बाजारों में कमजोरी के बीच बैकिंग शेयरों की अगुआई में निवेशकों ने चौतरफा बिकवाली की। इससे बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 498.82 अंक यानी 1.68 फीसद लुढ़ककर 29,182.95 अंक पर पहुंच गया। यह इस संवेदी सूचकांक में तीन हफ्तों की सबसे बड़ी गिरावट है।
इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 143.45 अंक यानी 1.60 फीसद टूटकर 8808.90 अंक पर बंद हुआ। इस तरह इसका लगातार दस सत्रों से जारी तेजी का सिलसिला भी टूट गया। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों रिकॉर्ड स्तर छूने के बाद गिरावट के साथ बंद हुए। बैंक ऑफ बड़ौदा के कमजोर तिमाही नतीजों ने निवेशकों का मनोबल गिराया। एशियाई बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 29801.60 अंक पर मजबूत खुला। कारोबार के दौरान यह 29844.16 अंक के नए शिखर तक पहुंचा।
लेकिन, मुनाफावसूली के चलते यह बढ़त कायम नहीं रह सकी। अंतिम कारोबारी घंटों में मंदडि़यों की बिकवाली के झोंके में सेंसेक्स ने 29070.48 अंक का निचला स्तर छुआ।बीएसई के सूचकांकों में बैंकिंग के अलावा कंज्यूमर ड्यूरेबल, ऑटो और कैपिटल गुड्स खंड की कंपनियों के शेयरों को बिकवाली की ज्यादा मार पड़ी। इसके उलट रीयल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में निवेशकों ने दिलचस्पी ली। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 22 के शेयर टूटे, जबकि आठ में बढ़त दर्ज की गई।