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आयकर विभाग ने जुटाया 6.96 लाख करोड़ राजस्व

सरकार को वित्त वर्ष 2014-15 में आयकर विभाग के मार्फत 6,96,200 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है। यह वित्त वर्ष के निर्धारित लक्ष्य से 14 फीसद कम है। वैसे, इसके पिछले वर्ष की तुलना में यह राशि 19 फीसद ज्यादा है।

By Murari sharanEdited By: Published: Sun, 03 May 2015 07:55 PM (IST)Updated: Sun, 03 May 2015 09:09 PM (IST)
आयकर विभाग ने जुटाया 6.96 लाख करोड़ राजस्व

नई दिल्ली। सरकार को वित्त वर्ष 2014-15 में आयकर विभाग के मार्फत 6,96,200 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है। यह वित्त वर्ष के निर्धारित लक्ष्य से 14 फीसद कम है। वैसे, इसके पिछले वर्ष की तुलना में यह राशि 19 फीसद ज्यादा है।

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31 मार्च 2015 को समाप्त वित्त वर्ष में आयकर विभाग ने कुल 7,05,000 करोड़ रुपये का कर राजस्व जुटाने का लक्ष्य रखा था। इससे उसे करीब नौ हजार करोड़ रुपये या 14 फीसद कम राजस्व मिला। वैसे, वित्त वर्ष 2014-15 में जुटाई गई राशि वित्त वर्ष 2013-14 के 5,83,000 करोड़ रुपये के मुकाबले 19 फीसद ज्यादा है।

सुस्ती पड़ी भारी

अर्थव्यवस्था में सुस्ती के कारण 2014-15 के लिए सरकार ने प्रत्यक्ष कर संग्रहण का संशोधित लक्ष्य 7,05,000 करोड़ रुपये रखा था। जबकि आरंभिक लक्ष्य 7,36,000 करोड़ रुपये था। सुस्ती का असर सर्विस सेक्टर पर सबसे ज्यादा रहा।

इस कारण स्रोत पर कर कटौती यानी टीडीएस श्रेणी में कर वसूली में भारी कमी हुई। आयकर विभाग का कहना है कि इसके बावजूद विभाग ने अच्छा प्रदर्शन किया।

टीडीएस से आठ फीसद राजस्व वृद्धि

विभाग के अनुसार टीडीएस से मिलने वाले राजस्व की वृद्धि दर सिर्फ आठ फीसद रही, जबकि पिछले वर्ष यह 18 फीसद रही थी। विभाग ने विभिन्न क्षेत्रों से ज्यादा से ज्यादा टीडीएस जुटाने की कोशिश की। लेकिन मैन्यूफैक्चरिंग और बिल्डिंग सेक्टर में मंदी के कारण इसमें अपेक्षित कामयाबी नहीं मिली।

इसी तरह डिविडेंड डिस्टि्रब्यूशन टैक्स (डीडीटी) श्रेणी से कर वसूली की दर कम रही। इसमें सिर्फ 18.5 फीसद वृद्धि हुई, जबकि पिछले वर्ष इसमें 24.5 फीसद बढ़ोतरी हुई थी।

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