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1000 लोगों की छंटनी करेगी बीबीसी

प्रसिद्ध ब्रिटिश ब्राडकास्टिंग कारपोरेशन आजकल बढ़ते घाटे से परेशान है, क्योंकि लोग अब उसकी मूल्य वर्धित टीवी सेवा की बजाए ऑनलाइन पर मुफ्त उपलब्ध कार्यक्रम देखने लगे हैं। फिलहाल बीबीसी 15 करोड़ पाउंड के बजट घाटे में फंसी है। इस घाटे से उबरने के लिए बीबीसी ने गुरुवार को 1,000

By Shashi Bhushan KumarEdited By: Published: Fri, 03 Jul 2015 10:23 AM (IST)Updated: Fri, 03 Jul 2015 10:39 AM (IST)
1000 लोगों की छंटनी करेगी बीबीसी

लंदन। ब्रिटेन की सार्वजनिक सेवा प्रसारक ब्रिटिश ब्राडकास्टिंग कारपोरेशन (बीबीसी) आजकल बढ़ते घाटे से परेशान है, क्योंकि लोग अब उसकी मूल्य वर्धित टीवी सेवा की बजाए ऑनलाइन पर मुफ्त उपलब्ध कार्यक्रम देखने लगे हैं। फिलहाल बीबीसी 15 करोड़ पाउंड के बजट घाटे में फंसी है। इस घाटे से उबरने के लिए बीबीसी ने गुरुवार को 1,000 से अधिक कर्मचारियों को काम से हटाने की घोषणा की है। इस फैसले के शिकार सबसे ज्यादा सीनियर मैनेजमेंट सर्विसेस के कर्मी होंगे, लेकिन इससे कंपनी को सालाना 5 करोड़ पाउंड की बचत होने की उम्मीद है।

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बीबीसी के डायरेक्टर जनरल टॉनी हॉल ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि बीबीसी सही दिशा में कदम उठा रहा है, जो कि हमें वित्तीय चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान छंटनी से कंपनी को सालाना 5 करोड़ पाउंड की बचत होने की उम्मीद है, लेकिन 15 करोड़ पाउंड के बजट घाटे को कम करने के लिए आगे और भी छंटनी की जा सकती है। दरअसल लोगों द्वारा ऑनलाइन कंटेट देखने की वजह से बीबीसी की लाइसेंस फीस आय में तेजी से गिरावट आई है।


उन्होंने कहा कि हम पहले ही बीबीसी के संचालन की कॉस्ट में काफी कटौती कर चुके हैं, लेकिन अब इस कठोर समय में हमारे पास कोई और विकल्प नहीं बचा है। असंभावित तरीके से ऐसे लोगों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है जिन्होंने लाइव टीवी देखने से मना कर दिया है इसलिए वह लाइसेंस फीस का भुगतान भी नहीं कर रहे हैं, इसी वजह से बजट में कमी आई है।

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