फेडरल रिजर्व के नरम रुख ने बाजार को लगाए पंख
दलाल स्ट्रीट में लगातार पांच सत्रों से जारी गिरावट पर गुरुवार को ब्रेक लगा। फिलहाल ब्याज दरों में वृद्धि न करने के अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नरम रुख से विदेशी बाजारों में तेजी आई। इसके साथ काफी समय से लंबित जीएसटी विधेयक को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद कर
मुंबई। दलाल स्ट्रीट में लगातार पांच सत्रों से जारी गिरावट पर गुरुवार को ब्रेक लगा। फिलहाल ब्याज दरों में वृद्धि न करने के अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नरम रुख से विदेशी बाजारों में तेजी आई। इसके साथ काफी समय से लंबित जीएसटी विधेयक को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद कर सुधारों की उम्मीद में निवेशकों ने चुनिंदा शेयरों में जमकर लिवाली की। इससे बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 416.44 अंक यानी 1.56 फीसद उछलकर फिर 27000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया। यह संवेदी सूचकांक 27126.57 अंक पर पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 129.50 अंक चढ़कर 8100 अंक के महत्वपूर्ण पड़ाव को पार कर 8159.30 अंक पर पहुंच गया।
फेडरल रिजर्व की ओर से स्पष्ट कहा गया कि ब्याज दरों में फिलहाल वृद्धि की गुंजाइश नहीं है। इससे अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजारों को बल मिला। रूस की मुद्रा में स्थिरता भी इनमें तेजी के पीछे एक वजह रही। इसका असर घरेलू बाजार की कारोबारी धारणा पर भी पड़ा। सरकार ने बुधवार को बहुप्रतीक्षित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था लागू करने के लिए संविधान में संशोधन से संबधित प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। इसने निवेशकों का मनोबल बढ़ाया। इसके अतिरिक्त रुपये की मजबूती का भी बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 27053.86 अंक पर मजबूत खुला। इसने 26900.57 अंक का निचला स्तर छुआ। अंतिम कारोबारी घंटों में लिवाली के झोंके में यह एक समय 27180.92 अंक के ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था।
बीएसई के सभी सूचकांक इस दिन बढ़त के साथ बंद हुए। कंज्यूमर ड्यूरेबल, पावर, कैपिटल गुड्स और रीयल एस्टेट खंड की कंपनियों के शेयरों में निवेशकों ने ज्यादा दिलचस्पी ली। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 27 के शेयर बढ़े, जबकि तीन में गिरावट दर्ज की गई।
रुपया 50 पैसे मजबूत
रुपये में गुरुवार को बीते सात माह की सबसे बड़ी बढ़त दर्ज की गई। शेयर बाजारों में तेजी के अलावा निर्यातकों तथा कुछ बैंकों की ओर से डॉलर में ताजा बिकवाली ने रुपये में जान फूंकी। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में भारतीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 50 पैसे चढ़कर 63.12 के स्तर पर बंद हुई। बीते तीन सत्रों में रुपये में 132 पैसे की कमजोरी आई थी।
सोना फिसला, चांदी यथावत
विदेशी सराफा बाजारों में मजबूती के बावजूद आभूषण निर्माताओं की ओर से मांग के अभाव में सोने में गिरावट दर्ज की गई। स्थानीय सराफा बाजार में गुरुवार को यह पीली धातु 50 रुपये फिसलकर 27 हजार 250 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुई। चांदी पूर्वस्तर 36 हजार 700 रुपये प्रति किलो पर यथावत रही। सिंगापुर के अंतरराष्ट्रीय सराफा बाजार में सोना एक फीसद की तेजी के साथ 1,202.08 डॉलर प्रति औंस पर बोला गया।