फास्ट ट्रैक पब्लिक ऑफर क्या है?
दुनिया के कई देशों में फास्ट ट्रैक पब्लिक ऑफर का प्रचलन है। इसके तहत ऐसी कंपनियों को शेयर बाजार में तेजी से उतरने की इजाजत मिलती है जिन्होंने पूर्व में सफलतापूर्वक शेयर बाजार में इश्यू जारी किया हो और जिनकी बाजार में प्रतिष्ठा हो। यहां तेजी से मतलब है- उनके इश्यू प्रस्ताव
दुनिया के कई देशों में फास्ट ट्रैक पब्लिक ऑफर का प्रचलन है। इसके तहत ऐसी कंपनियों को शेयर बाजार में तेजी से उतरने की इजाजत मिलती है जिन्होंने पूर्व में सफलतापूर्वक शेयर बाजार में इश्यू जारी किया हो और जिनकी बाजार में प्रतिष्ठा हो। यहां तेजी से मतलब है- उनके इश्यू प्रस्तावों पर जल्दी से फैसला होता है।
शेयर बाजार नियामक सेबी भी भारत में ऐसे इश्यू को मंजूरी देने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है। सेबी ने कहा है कि बाजार की प्रतिष्ठित कंपनियों को फास्ट ट्रैक फॉलो ऑन पब्लिक इश्यू या राइट्स इश्यू लाने की इजाजत दी जाएगी।
माना जा रहा है कि सेबी के इस फैसले का फायदा सरकारी कंपनियों को खास तौर पर मिलेगा, क्योंकि उनके विनिवेश की राह आसान हो जाएगी। निजी क्षेत्र की 300 कंपनियों को भी सेबी की इस इजाजत का लाभ मिल सकता है।
इन कंपनियों को शेयर बाजार में सिर्फ अपने प्रॉस्पेक्टस फाइल कर शेयर जारी करने की इजाजत मिल सकती है। इनके लिए ड्राफ्ट ऑफर डॉक्यूमेंट फाइल करने की बाध्यता खत्म कर दी जाएगी। इससे बहुत ही कम समय में कंपनियों को फिर से शेयर बाजार में प्रवेश करने की अनुमति मिलेगी।