खाद्यान्न कालाबजारी के मामले की अधिकारियों ने की जांच
जागरण संवाददाता, बांका : शंभुगंज एसएफसी का खाद्यान्न मुंगेर जिला के असरगंज थाना क्षेत्र में पकड़ाने के बाद जिला प्रशासन सकते में हैं। डीएम सकेत कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। वहीं ऐसी जानकारी मिली है कि बांका के खाद्यान्न माफियाओं का तार मुंगेर जिला से भी जुड़ा हुआ है। ऐसे एसपी डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि खाद्यान्न के मामले में मुंगेर जिला में प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी के बाद बुधवार को आपूर्ति पदाधिकारी, एसएफसी के जिला प्रबंधक अशोक कुमार निधि व एमओ चंद्रभूषण सिंह ने गोदाम का सत्यापन किया। जांच के बाद कई अधिकारियों की संलिप्ता होने की बात सामने आ रही थी।
जानकारी के अनुसार बांका सीआरएम गोदाम से 550 बोरी चावल शंभुगंज गोदाम भेजा गया था। जहां 408 बोरा रखकर 142 बोरी चावल ट्रक से असरगंज ले जाया जा रहा था। इसी दौरान पुलिस का शक होने पर जब्त कर लिया। जांच के बाद अनाज कालाबाजारी होने की बात सामने आ रही है। अधिकारियों को कहना है कि जिस प्रकार का मामला है ऐसे में इसमें कालाबाजारी का संदेह होना लाजमी है। जांच चल रही है। जांच के बाद ही मामला का खुलासा हो पाएगा। फिलहाल गोदाम में सत्यापन का कार्य किया जा रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
प्रथम दृष्टि चावल कालाबाजारी होने का संदेह प्रतीत हो रहा है। जांच चल रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
शिव कुमार पंडित
एसडीओ, बांका
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चावल खराब होने के कारण गोदाम में 142 बोरा लौटा दिया गया था। यद्यपि इसके लिए आदेश जरूरी था। आदेश न लेना गलत बात है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछा गया है।
अशोक कुमार निधि
जिला प्रबंधक
एसएफसी, बांका
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बांका सीआरएम गोदाम से 550 बोरी चावल प्राप्त हुआ था। लेकिन 142 बोरी चावल खराब होने के कारण उसे लौटा दिया गया। अब ट्रांसपोर्टर कहां ले गया यह उनको पता नहीं है।
देवेंद्र प्रसाद सिंह
एजीएम
एसएफसी, बांका