चिकित्सक हड़ताल पर उतारू
जागरण संवाददाता, हाजीपुर
महिला की मौत पर असामाजिक तत्वों द्वारा सदर अस्पताल में व्यापक रुप से हुयी तोड़फोड़ की घटना को बिहार राज्य स्वास्थ्य सेवा संघ की जिला इकाई ने गंभीरता से लिया है। भाषा ने आपात बैठक बुलाकर अस्पतालों में घट रही तोड़फोड़ व चिकित्साकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार की घटना पर चिंता प्रकट की। दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करने एवं सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा के लिए व्यापक सुरक्षा बंदोबस्त कराने की मांग पुलिस
उच्चाधिकारियों से की गयी है। जिला प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा गया है कि दो दिनों के भीतर मांगों पर अमल न होने पर जिले के सभी चिकित्सक हड़ताल पर चले जाएंगे।
भाषा जिला इकाई के अध्यक्ष सिविल सर्जन डा. रामाशीष कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को आपात बैठक आयोजित हुयी। प्रसव कक्ष में महिला मरीज की हुयी मौत पर चिकित्साकर्मियों के साथ वार्ड में व्यापक तोड़फोड़ कर लाखों मूल्य के फर्नीचर, उपस्कर व चिकित्सा यंत्र, उपकरणों को क्षति पहुंचाए जाने की घटना पर चिंता प्रकट की गयी। गत वर्ष लालगंज रेफरल अस्पताल में हुयी भयंकर तोड़फोड़ की घटना की चर्चा करते हुए कहा कि कोई भी चिकित्सक नहीं चाहते कि उनके इलाज के दौरान किसी मरीज की मौत हो। भले ही उनका कोई दोष न हो फिर भी उन्हें अपयश हाथ लगता है कि उनके इलाज के दौरान किसी मरीज की मौत हो गयी। इससे बचने की हर कोई कोशिश करता है। बावजूद मरीज की मौत के लिए चिकित्सक को जिम्मेवार ठहरा कर उन्हें निशाना बनाया जाना खतरनाक प्रवृति है। जीवन और मौत से जूझने वाले किसी मरीज का इलाज करना कोई भी चिकित्सक नहीं चाहेगा। जिले के सरकारी अस्पतालों में लगातार घट रही इस तरह की घटनाओं पर चिंता प्रकट करते हुए दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करने तथा सदर अस्पताल, रेफरल अस्पताल व पीएचसी 6-1 के सशस्त्र बलों की प्रतिनियुक्ति कराए जाने की मांग एसपी से की गयी। सर्वसम्मति से भाषा के सदस्यों ने निर्णय लिया कि दो दिनों के भीतर उक्त मांगों की पूर्ति की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाया जाता है तो जिले के सभी चिकित्सक हड़ताल पर चले जाएंगे। इसकी सारी जिम्मेवारी जिला प्रशासन की होगी।