सीबीएसइ पाठ्यक्रम में शामिल हुआ मिशन मार्स
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इसे ओपन टेक्स्ट बेस्ड एसेसमेंट (ओटीबीए) के पाठ्यक्रम में शामिल किया है।
नई दिल्ली। भारत के लिए अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक उपलब्धि बना मार्स ऑर्बिटर मिशन (मॉम) अब विद्यार्थियों की किताबों में पहुंच गया है। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इसे ओपन टेक्स्ट बेस्ड एसेसमेंट (ओटीबीए) के पाठ्यक्रम में शामिल किया है।
बोर्ड की ओर से नौवीं व ग्यारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए जारी अध्ययन सामाग्री में स्वच्छ भारत अभियान को भी महत्व दिया गया है। सीबीएसई के अनुसार इस सामग्री के आधार पर ही मार्च 2015 में होने वाली परीक्षाओं में विद्यार्थियों से सवाल किए जाएंगे। सीबीएसई द्वारा परीक्षा व्यवस्था के अंतर्गत एक बड़े बदलाव के तौर पर वर्ष 2014 में शुरू किए गए ओपन टेक्स्ट बेस्ड एसेसमेंट की व्यवस्था को 2015 में भी जारी रखा जाएगा।
बोर्ड की डायरेक्टर (एकेडमिक, रिसर्च, ट्रेनिंग एंड इनोवेशन) डॉ. साधना पराशर के अनुसार स्कूलों को नौवीं में ओटीबीए की व्यवस्था के अंतर्गत अंग्रेजी, हिन्दी, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और गणित विषय की अध्ययन सामग्री उपलब्ध करा दी गई है, जबकि ग्यारहवीं कक्षा के लिए बोर्ड ने स्कूलों के बॉयोलॉजी, भूगोल व इकोनॉमिक्स विषय के लिए अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई है।
साभार- नई दुनिया