Move to Jagran APP

सीबीएसइ पाठ्यक्रम में शामिल हुआ मिशन मार्स

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इसे ओपन टेक्स्ट बेस्ड एसेसमेंट (ओटीबीए) के पाठ्यक्रम में शामिल किया है।

By anand rajEdited By: Published: Sun, 23 Nov 2014 07:53 AM (IST)Updated: Sun, 23 Nov 2014 08:53 AM (IST)
सीबीएसइ पाठ्यक्रम  में शामिल हुआ मिशन मार्स

नई दिल्ली। भारत के लिए अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक उपलब्धि बना मार्स ऑर्बिटर मिशन (मॉम) अब विद्यार्थियों की किताबों में पहुंच गया है। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इसे ओपन टेक्स्ट बेस्ड एसेसमेंट (ओटीबीए) के पाठ्यक्रम में शामिल किया है।

loksabha election banner

बोर्ड की ओर से नौवीं व ग्यारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए जारी अध्ययन सामाग्री में स्वच्छ भारत अभियान को भी महत्व दिया गया है। सीबीएसई के अनुसार इस सामग्री के आधार पर ही मार्च 2015 में होने वाली परीक्षाओं में विद्यार्थियों से सवाल किए जाएंगे। सीबीएसई द्वारा परीक्षा व्यवस्था के अंतर्गत एक बड़े बदलाव के तौर पर वर्ष 2014 में शुरू किए गए ओपन टेक्स्ट बेस्ड एसेसमेंट की व्यवस्था को 2015 में भी जारी रखा जाएगा।

बोर्ड की डायरेक्टर (एकेडमिक, रिसर्च, ट्रेनिंग एंड इनोवेशन) डॉ. साधना पराशर के अनुसार स्कूलों को नौवीं में ओटीबीए की व्यवस्था के अंतर्गत अंग्रेजी, हिन्दी, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और गणित विषय की अध्ययन सामग्री उपलब्ध करा दी गई है, जबकि ग्यारहवीं कक्षा के लिए बोर्ड ने स्कूलों के बॉयोलॉजी, भूगोल व इकोनॉमिक्स विषय के लिए अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई है।

साभार- नई दुनिया

पढ़ेंः मंगल के रहस्यमयी चट्टानों की जांच करेगा क्यूरॉसिटी

पढ़ेंः 2018 में दूसरे मंगल अभियान की योजना


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.