मोदी से मीडिया को मिली तारीफ
प्रधानमंत्री पद की कमान संभालने के बाद से जनता से सीधी बात कर रहे नरेंद्र मोदी ने दीवाली मिलन के बहाने मीडिया से भी मन की बात की। मीडिया की दृष्टि और सकारात्मक कोशिश का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि मीडिया से संवाद बढ़े और रिश्ता गहरा हो। उन्होंने स्वच्छता अभियान में मीडिया की भूमिका सराहना करते हुए कहा कि मीडिया ने अपनी कलम को झाड़ू में बदल दिया.. यह देश सेवा है। वह इससे खुद को आभारी मानते हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री पद की कमान संभालने के बाद से जनता से सीधी बात कर रहे नरेंद्र मोदी ने दीवाली मिलन के बहाने मीडिया से भी मन की बात की। मीडिया की दृष्टि और सकारात्मक कोशिश का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि मीडिया से संवाद बढ़े और रिश्ता गहरा हो। उन्होंने स्वच्छता अभियान में मीडिया की भूमिका सराहना करते हुए कहा कि मीडिया ने अपनी कलम को झाड़ू में बदल दिया.. यह देश सेवा है। वह इससे खुद को आभारी मानते हैं।
लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनावी फतह हासिल कर चुके प्रधानमंत्री मोदी पांच महीने बाद मीडिया से रू-ब-रू हुए। अवसर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बनाया। उन्होंने भाजपा कार्यालय में मीडिया के लिए दीवाली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया था जिसमें मोदी के साथ-साथ गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वित्तमंत्री अरुण जेटली, सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडे़कर, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान व ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल हुए। शाह ने हाल में मिली जीत का सेहरा मोदी और उनकी सरकार को पहनाते हुए दीवाली और गुजरात की परंपरा के अनुसार नए साल की बधाई दी तो मोदी ने मीडिया के साथ संवाद की शुरुआत ही इससे की कि एक समय था जब वह यहां इंतजार करते थे, कुर्सियां लगाते थे। उन्होंने कहा कि मीडिया के साथ उनके बहुत अच्छे संबंध रहे हैं, आगे भी वह रिश्ता बनाए रखना चाहते हैं। इसके लिए रास्ता ढूंढा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के पहले मोदी पार्टी के पदाधिकारी के रूप में मुख्यालय में आकर ठहरते थे।
स्वच्छता अभियान में मीडिया की भूमिका की उन्होंने खुलकर प्रशंसा की और कहा कि अकेले प्रधानमंत्री के हाथ में झाड़ू उठाने से बात नहीं बनती है। जनता की भागीदारी चाहिए और मीडिया ने यह कोशिश की कि जागरुकता बढ़े। इस कार्यक्रम में शीर्ष मीडिया घरानों के संपादक सहित करीब 400 पत्रकार शामिल हुए। बेफिक्र दिख रहे मोदी ने आयोजन में शरीक हुए पत्रकारों के पास जाकर उनसे हाथ भी मिलाए और जिसने चाहा उसके साथ फोटो भी खिंचवाए। भाजपा के लिए फोटोग्राफर का काम कर रहे व्यक्ति का खुद फोटो लिया और उसके साथ भी फोटो खिंचवाए। लगभग एक घंटे के कार्यक्रम में मोदी ने यह संकेत दे दिया कि जनता से सीधी बात का यह अर्थ कतई नहीं है कि वह मीडिया की भूमिका को नकार रहे हैं। मीडिया सकारात्मक काम करे तो समाज में बदलाव और आसान हो सकता है।
'कभी हम भी कुर्सियां लगाते थे, मीडिया से खुलकर बात होती थी, रिश्ता गहरा बनाने के लिए रास्ता ढूंढेंगे।'
- नरेंद्र मोदी
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