बदायूं के सांसद के नाम टिकट लेते पकड़ा गया जालसाज
बोकारो रेलवे स्टेशन के आरक्षण काउंटर पर रविवार शाम एक फर्जी सांसद गिरफ्तार हुआ। दबोचे गए जालसाज के पास सांसद का फर्जी लेटर पैड, 20 बार की यात्रा का रेलवे टिकट, कई बेरोजगार को नौकरी देने के नाम पर लिया गया प्रमाण-पत्र व बॉयोडाटा बरामद हुआ है। खुद को सांसद बताने वाले जालसाज डॉ. एके मिश्र को इसके पहले भी दो बार दिल्ली व खड़गपुर में रेलवे प्रशासन ने दबोचा था। रेलवे की खामियों का फायदा उठाकर यह जालसाज लगातार 14 साल से यात्रा कर रहा था।
बोकारो [जासं]। बोकारो रेलवे स्टेशन के आरक्षण काउंटर पर रविवार शाम एक फर्जी सांसद गिरफ्तार हुआ। दबोचे गए जालसाज के पास सांसद का फर्जी लेटर पैड, 20 बार की यात्रा का रेलवे टिकट, कई बेरोजगार को नौकरी देने के नाम पर लिया गया प्रमाण-पत्र व बॉयोडाटा बरामद हुआ है। खुद को सांसद बताने वाले जालसाज डॉ. एके मिश्र को इसके पहले भी दो बार दिल्ली व खड़गपुर में रेलवे प्रशासन ने दबोचा था। रेलवे की खामियों का फायदा उठाकर यह जालसाज लगातार 14 साल से यात्रा कर रहा था।
जालसाज अपने परिजनों को भी रेलयात्रा करवाता था। उसने उत्तर प्रदेश बदायूं के सपा सांसद धमेंद्र यादव के परिचय पत्र का नंबर बताकर कई बार रेलवे का टिकट लिया है। सांसद धमेंद्र यादव सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के भतीजे व उप्र मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चचेरे भाई हैं। रविवार शाम बोकारो रेलवे स्टेशन के आरक्षण काउंटर पर वह बोकारो से नई दिल्ली का टिकट लेने पहुंचा। बुकिंग क्लर्क आरक्षण फॉर्म पर सांसद के परिचय पत्र का नंबर देख सजग हो गया। इससे पहले 13 अगस्त को ही रेलवे बोर्ड ने बोकारो समेत देश भर के स्टेशनों को फर्जी सांसद बनकर रेलवे यात्रा करने वाले इस जालसाज के बारे में जानकारी भेज दी थी। बुकिंग क्लर्क ने सर्वर डाउन होने का बहाना बनाकर बाहर खड़े व्यक्ति से परिचय पत्र मांगा तो वह सरकने लगा। बुकिंग क्लर्क अन्य कर्मियों ने रेलवे सुरक्षा बल के जवानों के साथ भाग रहे जालसाज को दबोच लिया।
पूछताछ व तलाशी में उसके पास से कई संदिग्ध कागजात मिले। इसमें मध्य प्रदेश के पूर्व सांसद होने का लेटर पैड, तृणमूल कांग्रेस के वर्तमान सांसद का लेटर पैड, पूर्व सांसद बनकर वीआइपी तरीके से यात्रा का टिकट, कई बेरोजगारों को नौकरी दिलाने का प्रमाण, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली तथा मध्य प्रदेश सरकार का टेलीफोन डायरेक्टरी के अलावा रेलवे के आला अधिकारियों के साथ पत्राचार किया पत्र बरामद मिला है। जालसाज एके मिश्र को 2000 में दिल्ली के रेलवे सतर्कता विभाग ने पकड़ा था। दूसरी बार, 2003 में खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर गीतांजली एक्सप्रेस के वातानुकूलित डिब्बे से पकड़ा गया। उस वक्त उसने खुद को बिहार के दरभंगा का सांसद बताया था।