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गंगोत्री से चलकर सागर में विलीन हुई 'गंगा'

सागरद्वीप। भारत की जीवन धारा गंगा को प्रदूषण मुक्त कर इसे अविरल बनाने के संदेश के साथ 'दैनिक जागरण' की 3000 किलोमीटर की 'गंगा जागरण यात्रा' का सोमवार को बंगाल के गंगासागर द्वीप में समापन हो गया। गंगोत्री से लंबी यात्रा कर आए कलश में भरा सुरसरि का पावन जल गंगासागर में प्रवाहित कर दिया गया। दोपहर 1.30 बजे सागर द्वीप के कपिल मुि

By Edited By: Published: Mon, 28 Jul 2014 08:11 PM (IST)Updated: Mon, 28 Jul 2014 08:13 PM (IST)
गंगोत्री से चलकर सागर में विलीन हुई 'गंगा'

सागरद्वीप। भारत की जीवन धारा गंगा को प्रदूषण मुक्त कर इसे अविरल बनाने के संदेश के साथ 'दैनिक जागरण' की 3000 किलोमीटर की 'गंगा जागरण यात्रा' का सोमवार को बंगाल के गंगासागर द्वीप में समापन हो गया। गंगोत्री से लंबी यात्रा कर आए कलश में भरा सुरसरि का पावन जल गंगासागर में प्रवाहित कर दिया गया।

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दोपहर 1.30 बजे सागर द्वीप के कपिल मुनि मंदिर में गंगोत्री के जल कलश का पुरोहितों ने पूजन कराया और दैनिक जागरण के राजनीतिक संपादक प्रशांत मिश्र व संपादक (बिहार-बंगाल) शैलेंद्र दीक्षित सहित कोलकाता-पटना टीम के सदस्यों ने गंगा का जल सागर में प्रवाहित किया। कपिल मुनि आश्रम की तरफ से गंगा की शुद्धि के इस अभिनव प्रयास की सराहना की गई। गंगोत्री से लाया गया पावन जल कपिल मुनि की मूर्ति के स्नान के लिए भी अर्पित किया गया। पिछले एक माह से गंगा जागरण की ये अनवरत यात्रा 24 शहरों से गुजरी और लाखों लोगों ने कलश व रथ छूकर 'मां' को पावन करने का संकल्प लिया।

गंगा जागरण : जागते रहिए, जगाते रहिए


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