क्या आप भी गूगल को डॉक्टर मानकर सलाह लेते हैं ?
अगर आप भी इंटरनेट की सलाह पर स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी लेते हैं तो ऐसा करना आपके स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक हो सकता है।
हमारी जिंदगी में इंटरनेट ने इतनी पकड़ बना ली है कि हम अपनी जरूरत से जुड़े हर सवाल इंटरनेट पर खोजने लगे है। ज्यादातर लोग अपनी बीमारी के लक्षणों को गूगल पर सर्च कर बीमारी का इलाज खोजने लगे हैं। बता दें कि अगर आप भी इंटरनेट की सलाह पर स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी लेते हैं तो ऐसा करना आपके स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक हो सकता है।
उदाहरण के तौर पर, यदि किसी का स्वास्थ्य बिगड़ता है, चिकित्सक के पास जाने के बजाय उनका पहला कदम होता है, गूगल की शरण में जाना और लक्षणों के आधार पर अपनी बीमारियों की पहचान खुद करना। ऐसा करके लोग गूगल को अपना चिकित्सक मानकर मुफ्त में मुसीबत मोल लेते हैं। हालात यह है कि शरीर में एक छोटी सी फुंसी को वे कैंसर और सिरदर्द को ब्रेन ट्यूमर समझकर मानसिक अवसाद तक के शिकार हो जाते हैं।
डॉक्टरों के मुताबिक शरीर में किसी प्रकार की समस्या होने पर गूगल पर उसके बारे में टोह लेने में कोई समस्या नहीं है, लेकिन इसके बाद लोगों को यह पता नहीं होता कि उन्हें कहां पर रुकना है।जानकारों का कहना है कि सबसे बड़ी समस्या यह है कि इंटरनेट पर अथाह सूचनाएं मौजूद हैं, जो सही भी हो सकती हैं। लेकिन, जब आपकी बीमारी का लक्षण किसी दूसरी बीमारी के लक्षणों से मेल खाता है, तब भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इसीलिए आपकी बीमारी की सही जांच बेहद जरूरी है।'
जानकार कहते हैं कि 25-40 वर्ष के आयु वर्ग के लोग लक्षणों के आधार पर इंटरनेट पर बीमारी का पता लगाने के चक्कर में पड़ रहते हैं, जिसका कोई परिणाम नहीं निकलता, सिवाय वे चिंतित होकर अपने स्वास्थ्य को और बिगाड़ते हैं।इसलिए हमारी आपको सलाह है कि गूगल को चिकित्सक मानने के जाल से लोगों को सावधान रहना चाहिए, क्योंकि इससे कुछ अच्छा होने के बदले आपका बड़ा नुकसान हो सकता है।