बंगाल में बाढ़ की स्थिति पर पीएम मोदी ने मुख्‍यमंत्री ममता से टेलीफोन पर की बातचीत, दिया मदद का भरोसा

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल के विभिन्न जिलों में आई बाढ़ को मानव जनित करार देते हुए इसके लिए सीधे तौर पर दामोदर वैली कारपोरेशन (डीवीसी) को जिम्मेदार ठहराया है। ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसकी शिकायत भी की है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 05:41 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 08:38 PM (IST)
बंगाल में बाढ़ की स्थिति पर पीएम मोदी ने मुख्‍यमंत्री ममता से टेलीफोन पर की बातचीत, दिया मदद का भरोसा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से की शिकायत

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल में बाढ़ की स्थिति पर बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से टेलीफोन पर बातचीत की और उन्हें केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।बातचीत के दौरान ममता ने बाढ़ को 'मानव जनित' बताते हुए इसके लिए दामोदर वैली कारपोरेशन (डीवीसी) को जिम्मेदार ठहराया और पीएम मोदी से उसकी शिकायत की।

ममता ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर बांधों की दशा बेहतर करने के लिए योजना तैयार करने की भी मांग की है।

ममता ने कहा कि राज्य सरकार को सूचित किए बिना डीवीसी ने पानी छोड़ा, जिसके कारण ऐसे विकट हालात पैदा हुए हैं। हालांकि यह पहला मौका नहीं है, जब ममता ने बंगाल में बाढ़ के लिए डीवीसी को जिम्मेदार ठहराया है। ममता डीवीसी पर बारिश के समय राज्य सरकार को सूचित किए बिना पानी छोड़ने का आरोप लगाती रही हैं।

भारी बारिश के कारण बांधों पर जल का दबाव काफी बढ़ गया था, जिसके कारण मैथन, पंचेत और दुर्गापुर बैरेज से काफी पानी छोड़ा गया था। इस वजह से हुगली के खानाकुल और जंगीपाड़ा और हावड़ा के उदयनारायणपुर और आमता के विभिन्न इलाके जलमग्न हो गए हैं। पश्चिम मेदिनीपुर जिले का घाटाल शहर पानी में डूब गया है। मुख्यमंत्री ने इस दिन हावड़ा जिले के बाढ़ प्रभावित आमता इलाके का दौरा कर वहां की स्थिति का जायजा लिया।

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हेलीकॉप्टर के बदले कार से पहुंचीं

ममता का पहले हेलीकॉप्टर से हावड़ा व हुगली जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का कार्यक्रम था। हुगली के खानाकुल इलाके में इस बाबत अस्थायी हेलीपैड भी तैयार किया गया था, लेकिन बुधवार को फिर से बारिश शुरू होने से उसमें पानी भर गया, जिसके बाद ममता सड़क मार्ग से कार से हावड़ा के आमता पहुंचीं। वे छतरी लेकर वहां जमे पानी में ही उतर गईं और स्थानीय लोगों से उनकी समस्याएं सुनीं और राज्य सरकार की तरफ से उन्हें हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।

दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस सांसद देव ने भी इस दिन अपने संसदीय क्षेत्र घाटाल का दौरा किया। गौरतलब है कि घाटाल भी बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इलाके का मुआयना करने के बाद देव ने कहा कि जब तक ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगी, तब तक घाटाल मास्टर प्लान को क्रियान्वित नहीं किया जा सकेगा। गौरतलब है कि पश्चिम मेदिनीपुर में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए घाटाल मास्टर प्लान तैयार किया गया था, लेकिन इसे अब तक क्रियान्वित नहीं किया गया है। देव ने कहा कि चुनाव के समय दिल्ली से नेता आते हैं और चले जाते हैं। वे बंगाल के लिए कुछ नहीं करते।

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बाढ़ की स्थिति के बीच फिर शुरु हुई बारिश

बंगाल के विभिन्न जिलों में बाढ़ की स्थिति के बीच फिर बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग के मुताबिक विभिन्न जिलों में आने वाले दिनों में मूसलाधार बारिश के आसार हैं। ऐसा होने पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति और भयावह रूप धारण कर लेगी।

बंगाल में पिछले दिनों हुई भारी बारिश से छह जिलों में 16 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 2.5 लाख लोग बेघर हुए हैं।

पूर्व व पश्चिम बर्द्धमान, पश्चिम मेदिनीपुर, हुगली, हावड़ा और दक्षिण 24 परगना जिलों के विभिन्न स्थानों पर बाढ़ के हालात हैं। राज्य प्रशासन की ओर से उन जगहों पर राहत शिविर खोले गए हैं। अब तक एक लाख से अधिक तिरपाल, एक हजार मैट्रिक टन चावल, पेयजल के पाउच और कपड़े प्रभावितों में वितरित किए गए हैं।

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