सरकार पर बरसीं आशाएं, आपार के संघर्ष का ऐलान, दूसरे दिन भी कार्यबहिष्कार पर अड़ी रहीं कार्यकर्ता
सम्मान व वेतन के मुद्दे पर लामबंद आशा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को जिलेभर में प्रदर्शन कर जिला व तहसील मुख्यालयों में धरना दिया। उपेक्षा के खिलाफ सरकार पर गुबार निकाला। महिला चिकित्सालय में धरने के दौरान सभा भी हुई।
जागरण टीम, अल्मोड़ा/रानीखेत: सरकारी कर्मचारी का दर्जा व सम्मानजनक वेतन के लिए आंदोलित फ्रंटलाइन कोरोना योद्धा आशा कार्यकर्ता जनपदभर में दूसरे दिन भी कार्य बहिष्कार पर अड़ी रहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कोरोनाकाल में दी गई ड्यूटी के भत्ते का भुगतान तक दबा बैठी है। दो टूक कहा कि जब तक आशाओं के हित में त्वरित कदम नहीं उठाया जाता, तब तक काम पर नहीं लौटेंगी।
सम्मान व वेतन के मुद्दे पर लामबंद आशा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को जिलेभर में प्रदर्शन कर जिला व तहसील मुख्यालयों में धरना दिया। उपेक्षा के खिलाफ सरकार पर गुबार निकाला। महिला चिकित्सालय में धरने के दौरान सभा भी हुई। इसमें विजय लक्ष्मी, ममता तिवारी, पूजा बगडवाल, चंदन बिष्ट, किरन साह, तारा चौहान, ममता भट्ट, कौशल्या बिष्ट, पुष्पा रावत, तुलसी देवी, नीमा देवी भागा लटवाल, बसंती देवी, भगवती आर्या, गीता लाल आदि मौजूद रहीं।
रानीखेत में नारेबाजी
नागरिक चिकित्सालय मेें आशा कार्यकर्ताओं ने आवाज बुलंद की। संगठन की जिला उपाध्यक्ष मीना आर्या, ब्लॉक अध्यक्ष कमला जोशी, भावना बिष्टï, गीता सजवाण, शोभा पंत, दया जोशी, गीता देवी, निर्मला पांडे, रेखा आर्या, नीतू रावत, किरण मेहरा, गरिमा, सरोज चौधरी आदि मौजूद रहीं।
स्याल्दे में आवाज बुलंद
यहां भी आशाएं कार्य बहिष्कार पर रहीं। धरने में ब्लॉक अध्यक्ष धनादेवी कत्यूरा, सचिव रेखा देवी, उपाध्यक्ष राधा देवी, गीता देवी, तुलसी, कमला देवी, राधा, ममता देवी, शोभा देवी, सावित्री देवी आदि बैठीं।
सल्ट में दिनभर गूंजते रहे नारे
मानिला : सल्ट मुख्यालय में भी दिनभर सरकार विरोधी नारे गूंजते रहे। कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर धरना दिया। इसमें अध्यक्ष उमादेवी रावत, सुनीता देवी, गीता रावत, नंदी मठपाल, नीमा रावत, नीमा सत्यवली, मंजू देवी, तारा खुल्बे, नंदी सुंदरियाल, कमला देवी, आशा मेहरा आदि शामिल रहीं।