अब अगर रिस्पना नदी में कूड़ा फेंका तो पकड़ेगा सीसीटीवी कैमरा, अमल में लाई जाएगी वैधानिक कार्रवाई

रिस्पना नदी के पुनर्जीवन की कवायद नई नहीं है। यह बात और है कि अभी तक नदी की हालत में सुधार होता नहीं दिख रहा। वर्तमान जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार भी रिस्पना नदी की सूरत संवारने की जिम्मेदारी अपने कंधे पर लेते दिख रहे हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 01:01 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 01:01 PM (IST)
अब अगर रिस्पना नदी में कूड़ा फेंका तो पकड़ेगा सीसीटीवी कैमरा, अमल में लाई जाएगी वैधानिक कार्रवाई
अब अगर रिस्पना नदी में कूड़ा फेंका तो पकड़ेगा सीसीटीवी कैमरा।

जागरण संवाददाता, देहरादून। रिस्पना नदी के पुनर्जीवन की कवायद नई नहीं है। यह बात और है कि अभी तक नदी की हालत में सुधार होता नहीं दिख रहा। वर्तमान जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार भी रिस्पना नदी की सूरत संवारने की जिम्मेदारी अपने कंधे पर लेते दिख रहे हैं। उन्होंने नगर निगम को निर्देश दिए हैं कि आबादी से सटी नदी क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, जो लोग कूड़ा फेंकते हुए पकड़े जाएंगे, उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई अमल में लाई जाए।

मंगलवार को आयोजित गंगा सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने रिस्पना नदी को गंदगी से मुक्त करने के लिए पेयजल निगम, जल संस्थान, एमडीडीए, नगर निगम, सिंचाई विभाग व वन विभाग को विभिन्न दिशा-निर्देश जारी किए। जिलाधिकारी ने कहा कि जो लोग रिस्पना नदी में कूड़ा डालने की प्रवृत्ति नहीं छोड़ पा रहे हैं, उनकी पहचान करना जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को रिस्पना नदी के ऊपरी व निचले क्षेत्रों में सर्वे कर गंदगी गिरने वाले स्थलों की पहचान करने को भी कहा। कहा कि नदी में कहीं भी सीवर न गिरने दिया जाए।

नदी में मिलने वाले सभी नालों को टैप किया जाए। नदी को अतिक्रमणमुक्त करने के सवाल पर एमडीडीए सचिव हरबीर सिंह ने दावा किया कि वर्तमान में नदी के किसी भी हिस्से पर किसी तरह का अतिक्रमण नहीं किया जा रहा है। वहीं, जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि रिस्पना नदी के सौंदर्यीकरण के लिए जो भी योजनाएं प्रस्तावित हैं, उन पर शीघ्र काम शुरू किया जाएगा। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि नदी क्षेत्रों में कूड़ादान लगाए जाएं। नागरिकों को प्रेरित किया जाए कि कूड़ा फेंकने के लिए कूड़ेदानों का प्रयोग किया जाए। उधर, ऋषिकेश क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा व गंगा नदी के सौंदर्यीकरण के लिए काम करने के निर्देश भी दिए गए।

बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून राजीव धीमान, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, उपजिलाधिकारी मनीष कुमार, नगर आयुक्त ऋषिकेश नरेंद्र क्वीराल, एमडीडीए सचिव हरबीर सिंह आदि उपस्थित रहे।

यह भी पढ़ें- गंगोत्री राजमार्ग पर खतरे में रोड प्रोटक्शन गैलरी का निर्माण, हुआ भारी भूस्खलन; तस्वीरें

chat bot
आपका साथी