Delhi Meerut Rapid Rail: शताब्दी नगर आरआरटीएस स्टेशन के लिए फ़ाउंडेशन का कार्य प्रारम्भ, यहां 36 मीटर चौड़ा बनेगा स्टेशन
शताब्दी नगर आरआरटीएस स्टेशन लगभग 215 मीटर लंबा 36 मीटर चौड़ा और भूतल से 20-22 मीटर ऊंचा होगा। रीजनल रेल कॉरीडोर में शताब्दी नगर आरआरटीएस स्टेशन एक बहुत महत्वपूर्ण केंद्र है क्योंकि इसका इस्तेमाल आरआरटीएस के साथ साथ मेरठ मेट्रो सेवा के लिए भी किया जाएगा।
मेरठ, जेएनएन। एनसीआरटीसी ने दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडॉर पर स्थित शताब्दी नगर आरआरटीएस स्टेशन के लिए फ़ाउंडेशन का काम प्रारम्भ कर दिया है। इस स्टेशन फ़ाउंडेशन के लिए कुल 165 पाइलिंग की जानी है। शताब्दी नगर आरआरटीएस स्टेशन लगभग 215 मीटर लंबा, 36 मीटर चौड़ा और भूतल से 20-22 मीटर ऊंचा होगा। रीजनल रेल कॉरीडोर में शताब्दी नगर आरआरटीएस स्टेशन एक बहुत महत्वपूर्ण केंद्र है क्योंकि इसका इस्तेमाल आरआरटीएस के साथ साथ मेरठ मेट्रो सेवा के लिए भी किया जाएगा।
फिलहाल फाउंडेशन का काम इस स्टेशन पर दिल्ली-मेरठ रोड के दोनों किनारों पर किया जा रहा है और उसके बाद सड़क के डिवाइडर या मध्य में पाइलिंग की जाएगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है की मुख्य मार्ग यातायात के लिए बाधित न हो और आम जन जीवन पर कम से कम असर हो। शताब्दी नगर आरआरटीएस स्टेशन के लिए कुल 33 पिलर बनाए जाने है। जिनमे से 11 – 11 पिलर सड़क के दोनों किनारो और 11 पिलर सड़क के मध्य भाग में होंगे।
मेरठ के 21 किमी लंबे स्ट्रेत्च में मेरठ साउथ से ले कर मोदीपुरम तक 13 स्टेशनों है जिनपर मेरठ मेट्रो की ट्रांसिट सेवा स्थानीय निवासियों को मिल सकेगी। रैपिड रेल का 68 किमी हिस्सा उत्तर प्रदेश में है जिसमे 8 किमी भूमिगत व 60.57 किमी एलिवेटेड है। मेरठ में रैपिड रेल का निर्माण कार्य एलिवेटेड व भूमिगत दोनों हिस्सों में पूरी रफ्तार से चल रहा है। मेरठ शहर मे परतापुर आरआरटीएस स्टेशन के बाद शताब्दी नगर दूसरा एलिवेटेड स्टेशन है जिसका निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
मेरठ में 3 भूमिगत स्टेशन के अलावा बाकि के 10 स्टेशन एलिवेटेड है जिसमें मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, एमईएस कॉलोनी, दौरली, मेरठ नार्थ, मोदीपुरम व मोदीपुरम डिपो है। भूमिगत हिस्से में भैंसाली स्टेशन का निर्माण कार्य चल रहा है और जल्द ही अन्य स्टेशनो जैसे मेरठ सेंट्रल और बेगुमपुल का कार्य भी शुरू हो जाएगा ।
आरआरटीएस स्टेशन व ट्रेन दोनों ही अनूठी सेवाएं से परिपूर्ण है जिनमें चौतरफा सीसीटीवी कवरेज, महिलाओं, विकलांगों, बुजुर्गों और बच्चों के लिए बैठने की अलग सीटो की प्राथमिकता, वाई-फाई कनेक्शन, बिजनेस क्लास कोच और उनके यात्रियों के लिए एग्जीक्यूटिव लाउंज, एडवांस सुरक्षा स्कैनिंग मैकेनिज्म इत्यादि। आपातकालीन या मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में स्टेशनों के डिज़ाइन में बड़े आकार की लिफ्टों का प्रावधान है जो मरीजों को स्ट्रेचर सहित ले जाने में सक्षम होगे।