Rajasthan Political Crisis: राजस्थान की सुलह समिति ने सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंपी, अब होंगे फैसले

Rajasthan Political Crisis सोनिया गांधी द्वारा बनाई गई सुलह कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इस रिपोर्ट में मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत के कामकाज जनता व कार्यकर्ताओं से जुड़ाव को बेहतर बताया लेकिन पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को पार्टी के लिए एसेट बताया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 04:48 PM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 05:56 PM (IST)
Rajasthan Political Crisis: राजस्थान की सुलह समिति ने सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंपी, अब होंगे फैसले
राजस्थान की सुलह समिति ने सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंपी, अब होंगे फैसले। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान का सियासी संग्राम खत्म करने को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बनाई गई सुलह कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इस रिपोर्ट में मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत के कामकाज, जनता व कार्यकर्ताओं से जुड़ाव को बेहतर बताया, लेकिन पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को पार्टी के लिए एसेट बताया है। पिछले दिनों सौंपी गई समिति की रिपोर्ट में कहा गया कि पायलट को संगठन में महत्व देने में जितना विलंब होगा, उतना ही पार्टी को नुकसान होगा। रिपोर्ट में पायलट की मांग के अनुसार उनके खेमे के चार से पांच विधायकों को मंत्री बनाने व राजनीतिक नियुक्तियों में महत्व देने की बात कही गई है। समिति के अनुसार साल, 2013 में राज्य विधानसभा चुनाव में पार्टी को मजबूत स्थिति में लाने के लिए गहलोत और पायलट का विवाद शीघ्र खत्म होना आवश्यक है।

इसी बीच, गहलोत शुक्रवार को दिल्ली जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, गहलोत की कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से टेलीफोन पर बात हुई है। अब उनका दिल्ली में सोनिया गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल व अन्य नेताओं से मुलाकात का कार्यक्रम है। सूत्रों के अनुसार, आलाकमान चाहता है कि राजनीतिक नियुक्तियों से पहले मंत्रिमंडल विस्तार, विधानसभा में उपाध्यक्ष और संसदीय सचिव बनाने का काम पूरा कर लिया जाए। इनमें जिन विधायकों को स्थान नहीं मिलता है, उन्हें राजनीतिक नियुक्तियों में महत्व दिया जाए। गहलोत का कहना है कि पायलट की बगावत के समय बसपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले जिन विधायकों के कारण सरकार सुरक्षित रही, उन्हें महत्व दिया जाए।

प्रियंका गांधी ले रही दिलचस्पी

पिछले साल सचिन पायलट की बगावत के बाद वापसी में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पिछले कुछ दिनों में अशोक गहलोत व पायलट से बात की है। वह सुलह समिति के सदस्यों वेणुगोपाल और अजय माकन से लगातार संपर्क में हैं। दोनों नेताओं ने रिपोर्ट तैयार करने से पहले भी प्रियंका से बात की है। अब रिपोर्ट की सिफारिशों पर जल्द निर्णय करवाने को लेकर भी प्रियंका ही पहल कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार, गहलोत ने प्रदेश प्रभारी अजय माकन को लेकर अपनी नाराजगी प्रियंका गांधी के समक्ष जाहिर की है। दरअसल, पिछले दिनों माकन ने एक ट्वीट को रीट्वीट किया था, जिसमें लिखा गया था" किसी भी राज्य में कोई क्षत्रप अपने दम पर नहीं जीतता है। गांधी, नेहरू परिवार के नाम पर ही गरीब, कमजोर वर्ग, आम आदमी का वोट मिलता है। मगर चाहे वह अमरिंदर सिंह हो या अशोक गहलोत या पहले शीला दीक्षित या कोई और मुख्यमंत्री बनते ही यह समझ लेते हैं कि उनकी वजह से ही पार्टी जीती है।"

अशोक गहलोत और सचिन पायलट को नवजोत सिंह सिद्धू का बुलावा

पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धृ शुक्रवार को अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे। इस मौके पर होने वाले समारोह के लिए उन्होंने अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों को आमंत्रित किया है। राज्य सरकार में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को भी बुलाया गया है। चौधरी लंबे समय तक कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव के रूप में पंजाब के प्रभारी रहे हैं। 

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