शहर के सबसे बड़े अस्पताल की साइट के लिए कोई कंपनी नहीं आई सामने

नगर निगम एक बार फिर से मनीमाजरा में खाली पड़ी अस्पताल की साइट को नीलाम करने में कामयाब नहीं रहे हैं। एक भी कंपनी ने बिड देने के लिए इच्छा जाहिर नहीं की है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 05:57 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 05:57 PM (IST)
शहर के सबसे बड़े अस्पताल की साइट के लिए कोई कंपनी नहीं आई सामने
शहर के सबसे बड़े अस्पताल की साइट के लिए कोई कंपनी नहीं आई सामने

राजेश ढल्ल, चंडीगढ़

नगर निगम एक बार फिर से मनीमाजरा में खाली पड़ी अस्पताल की साइट को नीलाम करने में कामयाब नहीं रहे हैं। एक भी कंपनी ने बिड देने के लिए इच्छा जाहिर नहीं की है। नगर निगम का मानना है कि रेट ज्यादा होने और प्रापर्टी लीज होल्ड होने के कारण कोई भी सामने नहीं आ रहा है। ऐसे में अब नगर निगम के अधिकारियों ने टेंडर की शर्तो में बदलाव कर नए सिरे से ई ऑक्शन करने का निर्णय लिया है।

नगर निगम ने साइट लेने के लिए इच्छुक लोग 29 जून से 17 जुलाई तक अपने दस्तावेज के साथ आवेदन करने के लिए नोटिस निकाला था। 20 से 22 जुलाई के बीच नगर निगम की ओर से दस्तावेज चेक करके उन्हें बिड देने की मंजूरी देने की शर्त थी। 23 जुलाई से साइट के लिए बिड शुरू होनी थी। अस्पताल की साइट 99 साल की लीज पर दी जाएगी। कोरोना काल में अस्पतालों की मांग बढ़ गई है इसके बावजूद चंडीगढ़ में कोई अस्पताल की साइट नहीं लेना चाहता है। इस साइट का रिजर्व प्राइस 81.07 करोड़ रुपये तय किया है। इस साइट के नीलाम होने के बाद यहां पर चंडीगढ़ का सबसे बड़ा निजी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल बनेगा। इससे पहले साल 2019 में नगर निगम ने प्रयास किया था, लेकिन नीलामी के लिए कोई भी बिड नहीं आई थी। नगर निगम ने मनीमाजरा के पॉकेट नंबर-1 में 2.74 एकड़ जमीन अस्पताल के लिए रिजर्व रखी है। यहां पर 300 बेड से ज्यादा का अस्पताल बनेगा। नगर निगम को इस साइट को बेचकर एक अरब से ज्यादा की राशि कमाना चाहता है। इससे नगर निगम का वित्तीय संकट भी दूर हो जाएगा। पंचकूला और मोहाली में जाते हैं लोग इलाज के लिए

अभी तक शहर में इतना बड़ा निजी अस्पताल कहीं पर भी नहीं है। चंडीगढ़ में रहने वाले लोगों को इलाज के लिए मोहाली और पंचकूला जाते हैं। शहर में काई बड़ा अस्पताल न होने के कारण ही शहर के रिहायशी इलाकों में चल रहे नर्सिंग होम मिनी अस्पताल में बदलने की मांग कर रहे हैं। जिस पर प्रशासन नीति भी बना रहा है। नगर निगम की मनीमाजरा में और भी कामर्शियल साइट है। अस्पताल की साइट बेचने के बाद बाकी साइटों को भी बेचने की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। इस समय सेक्टर-17 में ओवरब्रिज के नीचे बने 40 बूथ भी निर्माण के बाद से ही खाली पड़े हैं। इन दुकानों को मार्केट रेट पर कोई भी लेने के तैयार नहीं है। इन दुकानों पर किराए पर चढ़ाने के लिए नगर निगम के अधिकारी इस माह होने वाली सदन की बैठक में रिवाइज एजेंडा लेकर आ रहे हैं।नगर निगम को उम्मीद थी कि चंडीगढ़ में अस्पताल बनाने के लिए मेदांता, मैक्स और फोर्टिस जैसी बड़ी कंपनियां भी जमीन के लिए बोली देंगी।लेकिन ऐसा नहीं हुआ।नगर निगम के अनुसार अगली बार ई ऑक्शन से पहले इन कंपनियों को अलग से पत्र भी लिखा जाएगा। मालूम हो कि सीएचबी के पास आइटी पार्क स्थित अपनी जमीन पर 8.23 एकड़ की अस्पताल साइट अलग से है। इसका रिजर्व प्राइस 308 करोड़ रुपये रखा गया है। चार साल साल पहले सीएचबी ने इस साइट की नीलामी की कोशिश भी की थी, लेकिन कोई बिड न आने के कारण नीलामी फेल रही।

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