बालेश्वर में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त, लोगों का जीना हुआ मुश्किल: कांग्रेस

जिला कांग्रेस कार्यालय में अध्यक्ष संजीव गिरी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा बालेश्वर में अपराधियों के हौंसले सातवें आसमान पर पहुंच चुके हैं। ऐसे में तत्काल बालेश्वर के जिलाधीश और एसपी का हटाना ही एकमात्र मुख्य रास्ता बचा है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Wed, 17 Mar 2021 10:02 AM (IST) Updated:Wed, 17 Mar 2021 10:02 AM (IST)
बालेश्वर में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त, लोगों का जीना हुआ मुश्किल: कांग्रेस
बालेश्वर में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते जिला कांग्रेस के अध्यक्ष संजीव गिरी

बालेश्वर, जागरण संवाददाता। बालेश्वर में कानून का राज नहीं रह गया है अपराधियों के हौंसले सातवें आसमान पर पहुंच चुके हैं। लोगों का जीना मुश्किल हो चुका है ऐसे में तत्काल बालेश्वर के जिलाधीश और एसपी का हटाना ही एकमात्र मुख्य रास्ता बचा है। यह कहना है जिला कांग्रेस के अध्यक्ष संजीव गिरी का एक संवाददाता सम्मेलन में जिला कांग्रेस कार्यालय में अध्यक्ष संजीव गिरी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। 

 श्री गिरी ने आरोप लगाया कि राज्य के मुख्यमंत्री जिला का दायित्व खुद लेने की बात बालेश्वर के उपचुनाव के मौके पर कहे थे। तभी से बालेश्वर में मानो अशांति का माहौल हो चुका है और यहां कानून का राज खत्म हो चुका है बालेश्वर की जनता मुख्यमंत्री के प्रति आस्था विश्वास प्रकट किए थे लेकिन यहां मानो अपराधियों का बोलबाला हो चुका है उन्होंने कहा कि विगत 2 महीनों में 15 से ज्यादा गोली कांड की घटना एक सप्ताह में 15 से ज्यादा चोरी और डकैती की घटना तथा एक सप्ताह में लगातार तीन  बार गोलीबारी की घटना से लोग भयभीत हो चुके हैं। 

 इसी तरह जलेश्वर नामक स्थान पर नशे का कारोबार आज पूरे राज्य में अपना जाल फैला चुका है उन्होंने प्रशासन की कमजोर पकड़ के लिए ही अपराधिक घटनाओं को जिम्मेदार ठहराया था। बालेश्वर में शांति लौटाने के लिए जिलाधीश और एसपी के तबादले की मांग की है और कहा है कि यदि आने वाले दिनों में बालेश्वर में शांति ना लौटा और हाल यही रहा तो कांग्रेस तीव्र आंदोलन का रास्ता अपनाएगी। इस पत्रकार सम्मेलन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष संजीव गिरी के साथ-साथ वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री सुश्री अर्चना नंदी जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष इंजीनियर रंजन दास मीडिया प्रभारी देवदत्त दास समेत कांग्रेस से जुड़े नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। 

 यहां उल्लेखनीय है कि बालेश्वर में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, जिसके चलते आए दिन विभिन्न भीड़भाड़ वाले इलाकों से लेकर विभिन्न चौराहों में दादागिरी आम सी बात हो गई है जिसके चलते लोगों में भय का वातावरण छा गया है यहां तक कि बालेश्वर में मेडिकल पढ़ने वाले मेडिकल छात्र भी अपने आप को सुरक्षित नहीं महसूस करते अपराधियों के कार्यकलापों के चलते हुए कई कई बार बालेश्वर के जिलाधीश और एसपी से भी गुहार लगा चुके हैं। किंतु वही ढाक के तीन पात वाली कहावत यहां भी देखी जा रही है। आज भी मेडिकल कॉलेज के सामने अपराधी सूर्यास्त होते ही अपना अड्डा जमाने लगे हैं। आखिर कब रुकेगी बालेश्वर में दादागिरी, कब रुकेगी बालेश्वर में गोलीबारी इस सवाल का जवाब शायद ही किसी के पास हो।

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