Tokyo Olympics: रवि दहिया और दीपक पूनिया का प्रदर्शन झारखंड में कुश्ती का मार्ग करेगा प्रशस्त

Tokyo Olympics Jharkhand Sports News झारखंड राज कुश्ती संघ के महासचिव रजनीश कुमार ने बताया कि टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय पहलवानों के प्रदर्शन से कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में झारखंड के भी कई पहलवान इनसे प्रेरित होकर बेहतर करेंगे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 03:48 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 03:54 PM (IST)
Tokyo Olympics: रवि दहिया और दीपक पूनिया का प्रदर्शन झारखंड में कुश्ती का मार्ग करेगा प्रशस्त
Tokyo Olympics, Jharkhand Sports News रवि‍ दहिया फाइनल में पहुंच गए हैं।

रांची, [संजीव रंजन]। टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय पहलवानों का शानदार प्रदर्शन जारी है। रवि‍ दहिया और दीपक पूनिया ने अपने शानदार प्रदर्शन से पदक की ओर कदम बढ़ा दिया है। रवि‍ दहिया 57 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में पहुंच गए हैं और स्वर्ण पदक से मात्र एक कदम दूर हैं। इन दोनों के शानदार प्रदर्शन से झारखंड के युवा पहलवान काफी प्रभावित हैं।

झारखंड राज कुश्ती संघ के महासचिव रजनीश कुमार ने बताया कि टोक्यो ओलिंपिक में जिस तरह का प्रदर्शन भारतीय पहलवान कर रहे हैं, उसे देखकर यह कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में झारखंड के भी कई पहलवान इनसे प्रेरित होकर बेहतर करेंगे। उन्होंने बताया कि जब चांद कन्नौज कुश्ती संघ ने 2000 में कुश्ती का प्रशिक्षण शुरू किया था, उस वक्त मात्र सात पहलवान भाग लेते थे और आज यह संख्या सैकड़ों तक पहुंच गई है।

लंदन ओलिंपिक से लेकर टोक्यो ओलिंपिक तक जिस तरह भारतीय पहलवानों ने प्रदर्शन किया है, उससे प्रभावित होकर झारखंड में युवा पहलवानों की संख्या बढ़ गई है और वह भी देश का प्रतिनिधित्व करने का सपना लेकर अभ्यास कर रहे हैं। टोक्यो ओलिंपिक में जिस तरह का प्रदर्शन अभी तक भारतीय पहलवानों ने किया है, उसे देखकर समझा जा सकता है कि झारखंड में भी कई युवा इस खेल से जुड़ेंगे।

झारखंड कुश्ती संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शशिकांत प्रसाद ने आज बताया कि अभी तक भले ही झारखंड से कोई अंतरराष्ट्रीय पहलवान नहीं निकला है, लेकिन आने वाले समय में यहां से भी कई युवा पहलवान निकलेंगे, जो देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने कहा कि ओलिंपिक में इस तरह के प्रदर्शन से युवा काफी प्रभावित होते हैं और खेल का विकास होता है। इन पहलवानों को देखकर झारखंड के पहलवान भी परिश्रम कर आगे बढ़ेंगे।

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