सिरसा में निजीकरण के खिलाफ हड़ताल पर रहे बीमा कंपनियों के कर्मचारी, कामकाज प्रभावित

बीमा कंपनियों द्वारा की गई देशव्यापी हड़ताल का सिरसा में भी असर देखने को मिला। सिरसा में साधारण बीमा क्षेत्र की पांच कंपनियों के सभी कर्मचारी हड़ताल पर रहे। कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से सांगवान चौक पर यूनाइटिड इंडिया इंश्योरेंस कंपी के कार्यालय के आगे धरना दिया।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 04:58 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 04:58 PM (IST)
सिरसा में निजीकरण के खिलाफ हड़ताल पर रहे बीमा कंपनियों के कर्मचारी, कामकाज प्रभावित
सिरसा में निजी‍करण के विरोध में हड़ताल पर बैठे बीमा कंपनी के कर्मचारी

जागरण संवाददाता, सिरसा : केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में बीमा कंपनियों द्वारा की गई देशव्यापी हड़ताल का सिरसा में भी असर देखने को मिला। सिरसा में साधारण बीमा क्षेत्र की पांच कंपनियों के सभी कर्मचारी हड़ताल पर रहे। कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से सांगवान चौक पर यूनाइटिड इंडिया इंश्योरेंस कंपी के कार्यालय के आगे धरना दिया। धरने में न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी, यूनाइटिड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी, ओरियंटल इंश्योरेंस कंपनी व जीआईसी रि इंश्योरेंस कंपनी के कर्मचारियाें ने भाग लिया।

धरनारत बीमा कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कर्मचारी नेता राजकुमार आसेरी ने कहा कि सरकार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है। जिन नीतियों पर सरकार चल रही है, उससे भविष्य में सांस लेने के भी पहले दाम चुकाने पड़ सकते है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार चंद घरानों के हाथों की कठपुतली बन चुकी है और उनके हित साधने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि साधारण बीमा क्षेत्र की कंपनियों को निजी हाथों में देने का वे विरोध करते है। उन्होंने कहा कि साधारण बीमा क्षेत्र में निजीकरण होगा तो आमजन को बीमा पालिसियां महंगी मिलेगी। उन्होंने सरकार से पेंशन स्कीम-1995 सभी कर्मचारियों पर लागू करने की मांग की। चार सालों से लंबित वेतन संशोधित बिल शीघ्र लागू करने की मांग की। इस मौके पर राजेंद्र पाल कंबोज, विनोद कुमार गुंबर, रोशन लाल, गोपीराम, बलदेव मराड़, बृज बांसल, दीपक सिंगला, पृथ्वीराम, हरीश सेठी, कश्मीर चंद, मंदीप सिंह, सुनील व अन्य कर्मचारी उपसि्थत थे।

--साधारण बीमा कंपनियों की हड़ताल के चलते आमजन परेशान रहा। हालांकि आनलाइन कामकाज चलता रहा। लोगों को वाहन, पशु, फसल, दुकान, निजी दुर्घटना बीमा तथा हेल्थ इंश्योरेंस करवाने में परेशानी आए और कार्यालयों से वापस लौटना पड़ा। हड़ताल में अधिकारी से लेकर चतुर्थ कर्मी तक सभी शामिल हुए।

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