Muzaffarpur Weather Today: जिला समेत पूरे उत्तर बिहार में 28 को भारी वर्षा का अनुमान
Muzaffarpur Weather Today मौसम पूर्वानुमान में बताया गया है कि उत्तर बिहार में मध्यम से घने बादल छाए रह सकते हैं। अगले दो से तीन दिनों तक कई स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। कुछ स्थानों पर मध्यम वर्षा का अनुमान है। 25 के बाद सक्रियता में वृद्धि होगी।
मुजफ्फरपुर, जासं। आसमान में बादल छाए रहेंगे। इस दौरान अनेक स्थानों पर हल्की वर्षा हाे सकती है। कुछ जगहों पर मयध्म बारिश के भी अनुमान हैं। यह कहना है मौसम विभाग का। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय पूसा के द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान में यह बात कही गई है। अगले मंगलवार तक के लिए जारी मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि आसमान में मध्यम से घने बादल छाये रह सकते हैं। अगले दो से तीन दिनों तक उत्तर बिहार के जिलों में अनेक स्थानों पर हल्की-हल्की वर्षा हो सकती है। कुछ स्थानों पर मध्यम वर्षा भी होने का भी अनुमान है। इसके बाद अर्थात 25 जुलाई के बाद वर्षा की सक्रियता में वृद्धि होगी। 28 जुलाई को बेगूसराय, समस्तीपुर, वैशाली, सारण, सिवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, पूर्वी तथा पश्चमी चम्पारण जिलों में भारी वर्षा तथा मेघगर् जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 33-37 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। जबकि न्यूनतम तापमान 23-28 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रह सकता है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 80 से 85 प्रतिशत तथा दोपहर में 55 से 65 प्रतिशत रहने की संभावना है।पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार के साथ अगले एक दिन तक पुरवा हवा तथा उसके बाद पछिया हवा चलने का अनुमान है।
नदियों का जलस्तर घटा, सिकंदरपुर कुंडल में जल रही नाव
जासं, मुजफ्फरपुर : नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। जिले से गुजरने वाली बूढ़ी गंडक, बागमती व गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे रहा। इस बीच शहर के निचले इलाके सिकंदरपुर कुंडल बालू घाट आश्रम घाट में जलजमाव से लोग परेशान हैं। यहां अब भी नाव चल रही है। बाढ़ के पानी से अभी भी सैकड़ों घर डूबे हुए हैं। मिठनसराय, विजयीछपरा गांव के लोग बांध व फोरलेन पर शरण लिए हुए हैं। बाढ़ के पानी से घिरे लोगों को घर में आने जाने के लिए सहारा बना है। बूढ़ी गंडक का जलस्तर 52- 38 मीटर पर है जबकि खतरे का निशान 52. 53 मीटर है। बागमती का जलस्तर 54. 90 मीटर पर है जबकि खतरे का निशान 55.23 मीटर पर है । गंडक नदी का जलस्तर 53 . 67 मीटर पर है । जबकि खतरे का निशान 54 . 41 पर चिन्हित किया गया है।