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जेडीए ने बेच डाला महाराजा हरि सिंह पार्क!

हर की सड़कों को पार्किंग के लिए बेचने वाले जम्मू विकास प्राधिकरण(जेडीए) ने अब तवी नदी किनारे बनाए गए महाराजा हरि सिंह पार्क को भी शायद बेच दिया है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sun, 02 Dec 2018 11:33 AM (IST)Updated: Sun, 02 Dec 2018 11:33 AM (IST)
जेडीए ने बेच डाला महाराजा हरि सिंह पार्क!
जेडीए ने बेच डाला महाराजा हरि सिंह पार्क!

जम्मू, ललित कुमार । शहर की सड़कों को पार्किंग के लिए बेचने वाले जम्मू विकास प्राधिकरण(जेडीए) ने अब तवी नदी किनारे बनाए गए महाराजा हरि सिंह पार्क को भी शायद बेच दिया है। जेडीए ने पार्क में आने वाले लोगों के लिए यहां एक रेस्तरां बनाया था जिसे होटल 17 माइल्स को ठेके पर दिया गया। होटल प्रबंधन को लाभ पहुंचाने के लिए जेडीए ने पार्क में किसी भी तरह के खाने-पीने के सामने को ले जाने पर प्रतिबंध लगा रखा है। यहां तक कि सुबह व शाम की सैर करने जो बुजुर्ग यहां आते है, वो पानी की बाेतल भी अपने साथ नहीं ला सकते। इसके लिए बकायदा पार्क की बाहरी दीवार पर बड़े-बड़े बोर्ड लगाए गए हैं।

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शहर के सबसे बड़े पार्काें में से यह एक है और अब सर्दियों का मौसम आते ही स्कूली बच्चे भी यहां पिकनिक मनाने पहुंचने लगे है लेकिन बच्चों को अपने साथ खाने का सामान लाने की अनुमति नहीं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि पार्क के भीतर चल रहे रेस्तरां की बिक्री अच्छी हो। पार्क में आने वाले बच्चों को अगर पानी भी पीना हो तो वे रेस्तरां से खरीद कर पिये।

यहां दिल्ली पब्लिक स्कूल समेत शहर के करीब चार-पांच स्कूलों के बच्चे पिकनिक मनाने पहुंचे थे। छोटे बच्चे बड़े उत्साह के साथ अपने साथ खाने-पीने का सामान लेकर आए थे लेकिन पार्क पहुंचने पर वहां तैनात जेडीए कर्मचारियों ने उन्हें यह कहकर भीतर जाने से रोक दिया कि खाने-पीने का सामान भीतर नहीं लाया जा सकता। इन कर्मचारियों ने बच्चों के साथ आए स्कूल टीचर्स से कहा कि अगर वे सामान बाहर छोड़ देते है, तो ही उन्हें अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी। चूंकि चार-पांच स्कूलों के बच्चे एक साथ यहां पहुंच चुके थे और उनके साथ स्टाफ भी काफी था, लिहाजा इसे लेकर पार्क के बाहर काफी बवाल उठा और स्कूल टीचरों के अलावा वहां से गुजर रहे आम लोगों ने भी बच्चों को रोके जाने का विरोध किया। मामला बिगड़ता देख जेडीए कर्मचारियों ने बच्चों को उनके बैग के साथ अंदर जाने की अनुमति दी।

टिकट लेने पर हो सकते है दाखिल

महाराजा हरि सिंह पार्क के रखरखाव का खर्च निकालने के लिए जेडीए ने प्रवेश टिकट लगा रखी है। बड़े लोगों के लिए दस रुपये की टिकट रखी गई है और छोटे बच्चों के लिए पांच रुपये की टिकट। पार्क में बच्चों के खेलने के लिए काफी झूले भी लगे है, जिस कारण यहां काफी संख्या में लोग अपने बच्चों के साथ पहुंचते है।

16 मई 2018 को हुआ था उद्घाटन

तवी नदी किनारे 43 कनाल में 4.72 करोड़ रुपये की लागत से बने महाराजा हरि सिंह पार्क का उद्घाटन 16 मई 2018 को राज्य की तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने किया था। पार्क के बीचोबीच महाराजा हरि सिंह की प्रतिमा स्थापित है। प्रवेश द्वार के दाहिनी तरफ 17 माइल्स का रेस्तरां व ओपन स्पेस है। उससे कुछ आगे बच्चों के खेलने के लिए झूले लगाए गए हैं। इसके अलावा सैर करने वालों के लिए पार्क में वाॅक-वे बनाया गया है और बैठने के लिए बेंच लगे है।

पार्क के भीतर रेस्तरां को आउटसोर्स किया गया है

रेस्तरां में अगर कोई अपना खाने-पीने का सामान लेकर आता है तो रेस्तरां प्रबंधन को आपत्ति हो सकती है लेकिन पार्क में ऐसा कोई प्रतिबंध तो नहीं होना चाहिए। मै रेस्तरां प्रबंधन के साथ हुए समझौते की शर्तों व नियमों की जानकारी लेने के बाद ही कुछ कह सकता है।

-पीएस राठौर, वाइस चेयरमैन जेडीए

हमने कोई प्रतिबंध नहीं लगाया

यह प्रतिबंध जेडीए की तरफ से ही लगाया गया है। गेट पर जेडीए के ही कर्मचारी तैनात है। हमारा इससे कोई लेनादेना नहीं। चूंकि लोग जब रोटियां लेकर आते है तो पार्क में गंदगी फैलती है। इसलिए खाने-पीने का सामान अंदर लाने की रोक है। मेरी जानकारी के अनुसार नर्सरी क्लास के बच्चों को अपने बैग में खाने-पीने का सामान अंदर लाने की इजाजत है, उससे बड़े बच्चों को नहीं।

-रवि कुमार, मैनेजर 17 माइल्स


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