कहीं आप बेवजह तो नहीं बना रहे बच्चे पर एग्जाम रिजल्ट का प्रेशर...?
काश ऐसा होता की फेल होने की टेंशन नहीं होती? कितना अच्छा होता जब पास-और-फेल वर्ड में कोई अंतर नहीं होता।
By Tilak RajEdited By: Published: Fri, 05 May 2017 01:09 PM (IST)Updated: Fri, 05 May 2017 01:09 PM (IST)
परीक्षा के तनाव से मानो जान ही निकल गई, लेकिन जब रिजल्ट की बारी आई, तो उस दिन सोचने समझने की शक्ति भी खत्म-सी हो गई। मुश्किल विषय में नंबर की फिक्र से हालत खस्ता और ऊपर से माँ-बाप के तानों की सबसे बड़ी टेंशन से मन छोटा हुआ जा रहा था। लेकिन कितना अच्छा लगता है जब माँ-बाप किसी भी रिजल्ट को स्वीकार कर कहते हैं “इट्स ओके”।
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