स्मार्ट सिटी में शामिल हुआ शिमला
काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार शुक्रवार को शिमला का नाम स्मार्ट सिटी में शामिल हो गया।
शिमला जागरण संवाददाता। ट्राम...टॉय ट्रेन... समय बचाने के लिए सुरंगें....इस ओर से उस पार के लिए रोपवे....यह और इस जैसा कई कुछ अब संभव होगा। काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार शुक्रवार को शिमला का नाम स्मार्ट सिटी में शामिल हो गया। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने देश के 28 अन्य शहरों के साथ शिमला को स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल किया। इसकी घोषणा नई दिल्ली में शहरी परिवर्तन पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में स्मार्ट सिटी मिशन की तीसरी व अंतिम सूची में की गई। स्मार्ट सिटी के लिए शिमला ने 15वां स्थान झटका है।
शिमला हिमाचल प्रदेश की दूसरी स्मार्ट सिटी होगी। इससे पहले धर्मशाला स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल है। पूर्व मेयर संजय चौहान ने हाईकोर्ट के माध्यम से धर्मशाला के स्मार्ट सिटी चयन को लेकर धांधली का आरोप लगाकर याचिका दायर की थी। इसके बाद कोर्ट ने धर्मशाला की अधिसूचना दिसंबर 2015 में रद कर दी थी। दूसरी बार दोबारा धर्मशाला का चयन हुआ लेकिन उसी दौरान केंद्र सरकार ने शिमला को दोबारा प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया। नगर निगम शिमला ने 2906 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार कर प्रदेश सरकार को भेजा।
इसके बाद गत 31 मार्च को शहरी विकास मंत्रालय को प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था। स्मार्ट सिटी परियोजना से शहर में जलापूर्ति, मल निकासी, जल निकासी व्यवस्था, शहरी परिवहन, ई गवर्नेंस, निर्माण क्षमता तथा संस्थागत सुदृढ़ीकरण जैसी बेहतर बुनियादी सुविधाएं मुहैया करवाने में मदद मिलती है।
तीस में से 12 शहर विभिन्न राज्यों की राजधानिया
नई दिल्ली, प्रेट्र : नए सिरे से विकसित की जाने वाली तीस स्मार्ट सिटीज में केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम नंबर एक स्थान पर है। जारी नामों में से 12 शहर विभिन्न राज्यों की राजधानियां हैं। दूसरे स्थान पर छत्तीसगढ़ की राजधानी नया रायपुर और तीसरे स्थान पर गुजरात का शहर राजकोट है। नई सूची को जारी करते हुए केंद्रीय नगरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि चयनित तीस शहरों में श्रीनगर, झांसी, इलाहाबाद और अलीगढ़, आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती, पटना, तमिलनाडु के तिरुप्पुर, तिरुनेलवेली, थूथुकुडी व तिरुचिरापल्ली, झांसी, इलाहाबाद, अलीगढ़, बेंगलुरु, शिमला, देहरादून, सागर, सतना, करनाल, करीमनगर, मुजफ्फरपुर, पुड्डुचेरी, गांधीनगर, दाहोद पिंपरी-चिंचवाड़, बिहासपुर, पासीघाट, एजो और गंगटोक शामिल हैं।
शिमला के नागरिकों को राजधानी को स्मार्ट सिटी में शामिल होने पर बधाई। यह खुशी का क्षण है। स्मार्ट सिटी से शिमला के लोगों को और सुविधाएं मिलेंगी व विकास होगा।
-वीरभद्र सिंह, मुख्यमंत्री
शिमला को स्मार्ट सिटी घोषित करने के लिए पीएम व केंद्रीय शहरी विकास मंत्री के आभारी हैं। भाजपा ने वादा निभाया है। प्रदेश विकास की नई इबारत लिखेगा।
-प्रेम कुमार धूमल, नेता
प्रतिपक्ष नागरिकों के 57 प्रतिशत सुझाव शामिल किए, प्रस्ताव पर बैठकों में भी चर्चा कर नगर निगम ने मंजूरी दी। यह तोहफा देने के लिए केंद्रीय मंत्री के आभारी हैं।
-सुधीर शर्मा,
शहरी विकास मंत्री शिमला को स्मार्ट सिटी बनने के नाम पर भाजपा व कांग्रेस ने खूब राजनीति की। हम कोर्ट न जाते तो यह कभी इस सूची में शामिल हो ही नहीं सकता था।
-संजय चौहान, नगर निगम के पूर्व मेयर
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