अटकी 96 करोड़ की ग्रांट, रूका 8 गांवों का विकास
कृष्ण वशिष्ठ, रोहतक केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाली 96 करोड़ रुपये की ग्रांट अटक गई है। करीब सवा स
कृष्ण वशिष्ठ, रोहतक
केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाली 96 करोड़ रुपये की ग्रांट अटक गई है। करीब सवा साल से इस ग्रांट की पहली किश्त भी अब तक निगम को जारी नहीं हो पाई है। केंद्र सरकार की ओर से ग्रांट जारी न होने से निगम में शामिल हुए आठ गांव व बाहरी कॉलोनियों का विकास रूक गया है। पार्षद विकास के लिए चिल्ला रहे हैं और जनता में हा-हाकार मचा हुआ है। सूत्र बताते हैं कि निगम अधिकारियों की ओर से समय पर प्रोजेक्ट तैयार करके न भेजने के कारण ग्रांट अटकी हुई है। अब पार्षदों का दबाव पड़ रहा है तो आनन-फानन में अधिकारी कागज काले करके उच्च अधिकारियों को भेजकर इतीश्री कर रहे हैं।
ध्यान रहे कि अर्बन इंफ्रास्टक्चर स्कीम फॉर स्माल एंड मीडियम टाउन (यूआइडीएसएसमटी) के तहत स्वीकृत की गई 96 करोड़ रुपये की राशि सांसद दीपेंद्र ¨सह हुड्डा ने पास करवाई थी। चुनाव के चंद दिन पहले 28 फरवरी 2014 को इस अनुदान राशि की स्वीकृति केंद्र सरकार ने दी थी। मगर सरकार ने अब तक 38.56 करोड़ रुपये की पहली किश्त भी निगम प्रशासन को नहीं जारी की गई है।
सड़क, सीवर और सीवरेज पर खर्च होनी है राशि
यूआइडीएसएसएमटी के तहत पास हुए 96 करोड़ रुपये की ग्रांट सड़क व गली, सीवर और पेयजल प्रोजेक्ट पर खर्च होनी थी। सड़क के लिए 35.30 करोड़, पेयजल के लिए 28.87 करोड़ और सीवर प्रोजेक्ट पर 32.21 करोड़ रुपये की राशि खर्च होनी थी।
जल्द मिले अनुदान तो होगा इन गांवों को फायदा
अगर यूआइडीएसएसएमटी के तहत स्वीकृत की गई ग्रांट निगम को जल्द ही मिल जाती है तो यह निगम में शामिल आठ गांवों के लिए वरदान साबित होगी। इन गांवों में सीवर व्यवस्था शुरू हो जाएगी जो अब तक यहां नहीं है। वार्ड 8 के खेड़ी साध, बलियाणा, पहरावर व कन्हेली, वार्ड 7 के बोहर, गढ़ी बोहर, माजरा और वार्ड 20 के सुनारिया गांव शामिल हैं।
करोड़ों की एफडी, तुड़वाने से परहेज कर रहे अधिकारी
नगर निगम के पास इन आठों गांवों की 50 करोड़ से भी अधिक की एफडी है। बार-बार गुहार लगाने के बाद भी निगम के अधिकारी इस एफडी को तोड़ने के लिए कोई उचित कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
समस्याएं अपार, समाधान न होने से लोग लाचार : उपासना
वार्ड 8 की पार्षद उपासना देवी का कहना है कि दो साल हुए हैं उसे पार्षद बने लेकिन अब तक उनके वार्ड में कोई भी विकास कार्य शुरू नहीं किया गया है। वे निगम की हर बैठक में अपने वार्ड की समस्याएं रखती हैं लेकिन कोई फायदा नहीं। संयुक्त आयुक्त से लेकर उपायुक्त तक मिल चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही गांवों में विकास कार्य शुरू नहीं किए तो गांव के लोग सड़क पर आ जांएगे।
कच्ची गलियों की भरमार, पानी की निकासी नहीं : लक्ष्मी
वार्ड 20 की पार्षद लक्ष्मी देवी का कहना है कि पूरे वार्ड में कच्ची गलियों की भरमार है। गंदे पानी की कहीं निकासी नहीं है। वार्ड के लोग परेशान हैं। दो साल से सुनारियां में स्टेडियम की योजना भी अधर में लटकी हुई है।
अधिकारियों को दूंगी निर्देश : रेणू
मेयर रेणू डाबला ने बताया कि 96 करोड़ की ग्रांट अटकना बड़ी बात है। वे इस ग्रांट को जारी करवाने के लिए जल्द ही अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देंगी।