हरियाणा सरकार ने किए सिंगापुर की कंपनियों से 18 हजार करोड़ के पांच समझौते
सीएम ने कहा कि सरकार विनिर्माण, सेवा और ज्ञान क्षेत्रों में बढ़त हासिल करते हुए राज्य को एक कॉरपोरेट कैपिटल, औद्योगिक केंद्र और आवासीय तथा मनोरंजन केंद्र बनाने का इरादा रखती है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने सिंगापुर में उद्यमियों के रोड शो के दौरान करीब 18 हजार करोड़ रुपये के निवेश वाली विभिन्न परियोजनाओं के पांच समझौते किए। सिंगापुर की सौ से अधिक शीर्ष कंपनियों के प्रतिनिधि इस रोड शो में शामिल हुए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने सिंगापुर और हरियाणा मूल के उद्यमियों को राज्य में निवेश सुविधाओं से वाकिफ कराया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उद्योग मंत्री विपुल गोयल की मौजूदगी में हरियाणा के उद्योग व एचएसआइआइडीसी अधिकारियों ने टाउनशिप, लॉजिस्टिक पार्क, वेलनेस परियोजनाएं, बिजली संप्रेषण एवं वितरण, सस्ते आवास, हरित बिजली उत्पादन, अनाज सुखाने के यार्ड, विमानन हब, औद्योगिक आधारभूत संरचना और स्मार्ट सिटी बनाने की परियोजनाओं के समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षर किए हैैं।
यह भी पढ़ें: सैलजा पर टिप्पणी मामले में भाजपा सांसद पर एफआइआर दर्ज करने के आदेश
रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री और उद्योग मंत्री के साथ अधिकारियों ने उद्यमियों के सवालों के खुलकर जवाब दिए। मुख्यमंत्री ने सिंगल विंडो सिस्टम की जानकारी देते हुए बताया कि परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए निवेशकों की मदद करने हेतु रिलेशनशिप मैनेजर नियुक्त किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि निवेशकों को व्यापार में किसी तरह की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार विनिर्माण, सेवा और ज्ञान क्षेत्रों में बढ़त हासिल करते हुए राज्य को एक कॉरपोरेट कैपिटल, औद्योगिक केंद्र और आवासीय तथा मनोरंजन केंद्र बनाने का इरादा रखती है। स्पष्ट दृष्टि, राजनीतिक इच्छा, सुशासन, सशक्तिकरण, साझेदारी और रचनात्मकता हमारी सफलता के मुख्य आधार होंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने असेंडेस सिंहब्रिज और सुरबाणा जुराग के प्रतिनिधियों से भेंट की।
यह भी पढ़ें: झोपड़ी में टॉर्च की रोशनी में पढ़ाई कर हासिल किए 93 फीसद अंक
इन कंपनियों के साथ हुए एमओयू
कंपनी परियोजना का क्षेत्र
1. वाइसीएच लॉजिस्टिक्स - लॉजिस्टिक्स परियोजनाएं
2. असेंडेस सिंहब्रिज - टाउनशिप/लॉजिस्टिक्स
3. एडोनिस - वेलनेस परियोजना
4. इक्किइस पीटीई - ट्रांसमिशन, बिजली वितरण, सस्ते आवास, हरित बिजली उत्पादन, जैव-एथनाल, अनाज सुखाने के यार्ड,
5. मीनहार्डट - एविएशन हब, औद्योगिक आधारभूत संरचना और स्मार्ट सिटी।