कैश अवॉर्ड में बनेगा नया कीर्तिमान, सौ से ज्यादा को मिलेगा सम्मान
जागरण संवाददाता, करनाल कैश अवॉर्ड में करनाल नये कीर्तिमान की ओर बढ़ रहा है। आवे
जागरण संवाददाता, करनाल
कैश अवॉर्ड में करनाल नये कीर्तिमान की ओर बढ़ रहा है। आवेदनों का आंकड़ा गवाह है कि जिले में खेल प्रतिभाएं बढ़ी हैं। पहली बार कैश अवॉर्ड के फार्मो ने 100 का ग्राफ पार किया। रिकॉर्ड तोड़ 119 आवेदन इस साल आए। जिले की 40 बेटियों ने भी कैश अवॉर्ड के लिए पहली बार फार्म भरे। इसके लिए 20 जून अंतिम तारीख थी। वर्ष 2013-14 में महज 44 खिलाड़ियों को इस पुरस्कार से नवाजा गया था। बीते साल की बात करें तो नकद पुरस्कार के लिए 90 खिलाड़ियों ने आवेदन किया, जबकि 78 को नकद राशि का पुरस्कार मिला। इसमें 26 लड़कियां शामिल थी। खिलाड़ियों की संख्या में इजाफा भविष्य के लिए अच्छे संकेत हैं। 2015-16 के कैश अवॉर्ड विजेताओं में फुटबॉल के खिलाड़ी सबसे अधिक थे। 11 को यह सम्मान मिला। वहीं स्के¨टग के 9 और हॉकी के भी नौ खिलाड़ियों को इस अवार्ड से नवाजा गया। 2014-15 में वालीबॉल के सबसे अधिक 25 खिलाड़ी इस अवॉर्ड के लिए चुने गए थे। इस बार किस खेल के खिलाड़ियों का वर्चस्व रहेगा यह लिस्ट बनने के बाद तय होगा। खेल विभाग के अधिकारी इसका श्रेय खिलाड़ियों की मेहनत के साथ ही प्रदेश सरकार की खेल नीति को दे रहे हैं।
चार साल में जिले के 271 खिलाड़ियों मिला कैश अवार्ड
वर्ष कुल खिलाड़ी लड़के लड़कियां
2012-13 64 49 15
2013-14 44 23 21
2014-15 85 55 30
2015-16 78 52 26
कुल 271 179 92
नोट : 2016-17 में 119 आवेदन आए। 79 लड़कों व 40 लड़कियों ने इस बार आवेदन किया। कैश अवार्ड के लिए कितने पात्र हैं यह जांच के बाद पता लगेगा।
नया कीर्तिमान बनाने की राह पर बेटियां
कैश अवॉर्ड के लिए पहली बार जिले की 40 बेटियां फार्म भरकर नया कीर्तिमान बनाने की राह पर हैं। 2015-16 में 26 लड़कियां को यह अवार्ड मिला। 2014-15 में 30 बेटियों ने बाजी मारी। 2013-14 में 21 लड़कियां को कैश अवॉर्ड मिला। वर्ष 2012-13 में 15 बेटियां इसके लिए चुनी गई थी। खिलाड़ी बेटियों की बढ़ती संख्या दिखाती है कि वह शिक्षा के साथ ही खेल में भी कम नहीं हैं।
सोनीपत व भिवानी से आज भी पीछे
इसमें कोई शक नहीं कि करनाल में अवार्ड के हकदार खिलाड़ी बढ़े हैं, लेकिन सोनीपत, भिवानी व रोहतक से यह आंकड़ा आज भी काफी कम है। इन जिलों में हर साल औसतन करीब 200 खिलाड़ी कैश अवॉर्ड से नवाजे जाते हैं। यह भी सच है कि उक्त जिलों में खिलाड़ियों को करनाल से बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। सीएम सिटी में होने के बावजूद हम आज भी पिछड़े हैं। हां, कर्ण स्टेडियम में जिन सुविधाओं के दावे हो रहे हैं, वह यदि मिल जाएं तो यहां के खिलाड़ी प्रदेश में रिकॉर्ड बनाने का भी माद्दा रखते हैं।
फोटो----14 नंबर है।
वर्जन
कैश अवॉर्ड के आवेदनों की तादाद बढ़ना अच्छी बात है। बीते साल जिले के 78 खिलाड़ियों को 1.65 करोड़ रुपये मिले थे। इनमें 26 बेटियां थी। उम्मीद है कि इस बार खिलाड़ी व राशि दोनों अधिक होंगी। सरकार खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए काफी प्रयास कर रही है। खिलाड़ियों को इसका लाभ उठाना चाहिए।
अनिल कुमार, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी, करनाल